बुराइयों को अर्पित कर अच्छाइयों को अपनाना ही त्यौहार का सच्चा उपहार : बीके प्रीति बहन
खलारी। दुनिया में बंधन कोई पसंद नहीं करता किन्तु रक्षाबंधन का पर्व एक दिव्य एवं अलौकिक संदेश लेकर आता है, जिस रक्षा सूत्र को बांधना प्रत्येक व्यक्ति पसंद करता है, क्योंकि यह रक्षासूत्र सर्व आत्माओं के रक्षक परमपिता परमात्मा स्वयंभू शिव की और से निमित्त शिवशक्ति ब्रह्माकुमारी बहनें सर्व मंगल की कामना से अपने-अपने क्षेत्र के सभी भाई-बहनों की कलाई पर बांधती है। उपरोक्त विचार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय डकरा सुभाष नगर गीता पाठशाला की नियमित ब्रह्माकुमारी प्रीति बहन ने व्यक्त किये। वह बुधवार को प्रखंड के सभागार में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित सभी पदाधिकारियों व कर्मचारियों को माथे पर तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधते हुए मुहं मीठा कराकर दिव्य अलौकिक रक्षा बंधन सभी के साथ मनाया। वही प्रीति बहन ने रक्षाबंधन का अर्थ बताते हुए कहा कि यह मर्यादा का बंधन है, सद्गुणों का बंधन है। जो संदेश देता है कि अंदर की सभी बुराइयों को परमपिता परमात्मा को अर्पित कर अच्छाइयों को अपनाना ही त्यौहार का सच्चा उपहार है। मौके पर ब्रह्मकुमारी बहनों द्वारा ईश्वरीय सौगात भेंट की गई।
●त्योहारों से नवचेतना का संचार : लेखराज नाग
अलौकिक रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी लेखराज नाग ने बताया कि त्योहारों से नवचेतना का संचार होता है और सुषुप्त शक्तियां जागृत होती है। त्योहारों में जब संगठन में सत्संग करते, ईश्वरीय परिवार से मिलते हैं तो हमारे अंदर नवचेतना का संचार होता है। हमारा संपूर्ण जीवन इस धरती पर ईश्वर का दिया हुआ तपस्वी शोभायमान है। अपनी अन्तरात्मा की आवाज के अनुरूप अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना है। इस कार्यक्रम में ममता बहन, पिंकी बहन, छाया बहन, भूमि बहन, संजय भाई, कमल भाई, खलारी सीओ शिशुपाल आर्य, बीपीओ बिनय कुमार गुप्ता, सभी कनीय अभियंता, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक सहित अंचलकर्मी शामिल थे।