डकरा। सीसीएल एनके एरिया के केडीएच कोल साइडिंग परिसर में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा ऑनलाइन केडीएच पुरनाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट का शिलान्यास किया गया। प्रधानमंत्री के द्वारा झारखंड में 7200 करोड़ के योजनाओं के शिलान्यास की कड़ी में केडीएच में प्रति वर्ष 7.5 मिलियन टन क्षमता वाले 442 करोड़ की लागत से बनने वाले कोल हैंडलिंग प्लांट का ऑनलाइन बटन दबाकर प्लांट का शिलान्यास किया। केडीएच स्थित शिलान्यास कार्यक्रम स्थल पर सीसीएल निदेशक तकनीक रामबाबू ने रिमोट से शिलान्यास स्थल पर लगे शिलापट को हटाया। वही ऑनलाइन शिलान्यास को लेकर लाइव प्रसारण के लिए एलसीडी लगाए गए थे। इस दौरान एनके एरिया महाप्रबंधक संजय कुमार ने अपने संबोधन मेंं कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा सीसीएल की सबसे महत्वपूर्ण योजना केडीएच पुरनाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट का ऑनलाइन शिलान्यास किया जाना गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि सीसीएल के लिए भी यह बहुत बड़ी योजना है। इस योजना पर 682 करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होने बताया कि 4.5 मिलियन टन कोयला केडीएच एवं 3 मिलियन टन कोयला पुरनाडीह परियोजना से मिला कर कुल 7.5 मिलियन टन का कोयला का उत्पादन होगा। जिसके कारण पुरनाडीह और केडीएच परियोजना में कोयला डिस्पैच बढ़ेगा। इससे पुर्व सीसीएल हेड क्वार्टर से आए निदेशक पीएनपी बी.साई राम एवं निदेशक तकनीक रामबाबू प्रसाद मौजूद थे। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया। अभिनन्दन व स्वागत एसओपी ज्योति कुमार ने किया तथा स्वागत गीत सरस्वती विद्या मंदिर के छात्राओं एवं केडीएच परियोजना के महिला कर्मियों के द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत किया गया। वहीं कॉरपोरेट गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। पूरे कार्यक्रम के दौरान संचालन अशोक सिंह ने किया।
इस अवसर पर एसओपी ज्योति कुमार, जेसी एससी सदस्य ललन प्रसाद सिंह, कमलेश कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख सोनी तिग्गा, विधायक प्रतिनिधि श्याम सुन्दर सिंह, सांसद प्रतिनिधि फुलेश्वर महतो, केडीएच पीओ अनिल कुमार सिंह, रोहिणी पीओ जेके सिंह, अनुज कुमार, एसके गोस्वामी,लोकनाथ राणा,मिथलेश कुमार सिंह, गोल्डेन यादव,सुनील कुमार सिंह, अमरभूषण सिंह, प्रेम कुमार, बिगन सिंह भोगता, रंथू उरांव, कृष्णा चौहान, रामलखन गंझू, विनय ख़लखो, जगरनाथ महतो, रतिया गंझू, गोविंद्रचन्द महतो, अरविंद सिंह, मुखिया दीपमाला कुमारी, ललिता देवी, पारसनाथ उरांव, शिवरत मुंडा, शत्रुंजय सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि, श्रमिक प्रतिनिधि एव कर्मचारी मौजूद थे।