रांची – झारखंड मे अब साइबर गिरोह अपना पैर पसार रहे हैं , अब ये सिर्फ जामताड़ा तक ही सीमित नहीं रहे धीरे धीरे गिरीडीह, हजारीबाग, धनबाद , देवघर, चतरा , बोकारो और राज्य की राजधानी रांची तक फैल गए हैं , पिछले कुछ महीनों से पुलिस के लगातार छापामारी मे इनका गिरोह अलग अलग जिले से पकड़े जा रहे है , सबसे बेहतरीन काम गिरीडीह की पुलिस कर रही है पिछले एक महीने मे 50 से भी ज़्यादा साइबर अपराधियों को यहाँ की पुलिस ने पकड़ा है और अब गिरीडीह पुलिस साइबर चोरों के चल अचल संपती की कुर्की भी कर रही है ये बहुत ही सहरणीय कार्य , कम समय और कम मेहनत करके ज़्यादा पैसा कमाने के चक्कर मे झारखंड के युवा इस जंजाल मे फसते जा रहे हैं | झारखंड पुलिस समय समय पर साइबर चोरों से बचने के जागरूकता कार्यक्रम चलाते रहती है जिससे जनता जागरूक हो भी रही है पर साइबर चोर हर दिन नए नए तरीके लाके ठगी को अंजाम दे रहे है , इन साइबर चोरों की वजह से झारखंड पूरे देश मे बदनाम हो रहा है , कोई ऐसा राज्य नहीं बचा जहां की पुलिस झारखंड आके इनकी तलाश न की हो | साइबर चोरों को पकड़ना मुस्किल क्यों होता है इसके कई कारण है
इनका मोबाईल नंबर फर्जी नाम से होता है
ये लगातार अपनी जगह बदलते रहते है जिससे इनको पकड़ पाना पुलिस क्षेत्राधिकार नियम के कारण और जटिल हो जाता है
चोरी के पैसों को कई खाते मे घुमाया जाता है जिससे पैसे का पता लगाना मुस्किल होता है और समय पर ब्लॉक नहीं कर पाते हैं
साइबर अपराध को रोकने के कुछ उपाय
फर्जी मोबाईल नंबर मिलने पर रोक लगे
पुलिस को एक साइबर STF टीम का गठन करना चाहिए जो कही भी जाके छापा मार सके बिना लोकल थाने को शामिल कीये बिना
लोगों को जागरूक किया जाए साइबर अपराध के शिकार न हो और होने पर तुरंत साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 और अपने बैंक को सूचित करें
Credit – Ashok kumar,
IT & Cyber crime Expert