खलारी/डकरा। रैयत विस्थापित मोर्चा के डकरा शाखा सचिव श्यामजी महतो ने रैयतों एवं विस्थापितों को सीसीएल के कल्याणकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लाभान्वित करने को लेकर मंगलवार को एनके एरिया महाप्रबंधक सुजीत कुमार को माँग पत्र सौंपा। उन्होंने माँग पत्र में महाप्रबंधक का ध्यान आकृष्ट कराते हुए माँग की है कि सीसीएल को मिनी रत्न बनाने में रैयतों ने 80 प्रतिशत योगदान दिया है इस लिए सीसीएल को कल्याणकारी योजनाओं में रैयतों के प्रति ईमानदारी बरतनी चाहिए। उन्होंने माँग पत्र के माध्यम से सकारात्मक पहल करते हुए रैयतों को प्रमाण पत्र निर्गत करने की माँग की है जिसमें रैयत का नाम, जाती, जमीन का पलॉट नम्बर, खाता संख्या एवं रकबा अंकित हो। इसके साथ ही डीएमएफटी का सीधा लाभ रैयतों एवं विस्थापितों को मुहैया कराए जाने को कहा है। कहा है कि यह निधि उस प्रखंड के विकास के लिए होता है जहाँ से खनन कर कोयला निकाला जाता है इसलिए डीएमएफटी का कार्य भी उसी क्षेत्र में हो जहाँ खनन हो रहा हो। वहीं ई निविदा में दश करोड़ तक का निविदा रैयतों और विस्थापितों को दिए जाने का प्रावधान किये जाने तथा योजना के निर्माण में पंचायत प्रतिनिधि एवं रैयत विस्थापित नेता की मुख्य भूमिका रखने की माँग की है। इसके अलावा कोयला निकालने के बाद खनन क्षेत्र का समतलीकरण कर पुनः खेती करने लायक बना कर वापस रैयतों को देने की माँग की है।