रांची : पूर्व मंत्री और झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि श्रमिकों और देश के उद्योग जगत के हित में केन्द्र सरकार को एचईसी को पुनर्जीवित करने के साथ ही यहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मांगों को अविलम्ब मान लेना चाहिये. श्री तिर्की ने कहा कि राजधानी के धुर्वा क्षेत्र में जारी आंदोलन, एचईसी के किसी अधिकारी, कर्मचारी और धुर्वा क्षेत्र में रहनेवाले लोगों के निजी स्वार्थ के कारण ही नहीं बल्कि देश हित के लिये है. उन्होंने कहा कि एचईसी को चलाने में केन्द्र सरकार को सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिये.
पीएम से एचईसी के भविष्य को संवारने की अपील की
श्री तिर्की बुधवार को एचईसी मुख्यालय के समक्ष एचईसी के अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवार के सदस्यों और धुर्वा क्षेत्र में रहनेवाले लोगों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने तब अपने सपनों को जमीन पर मूर्त रूप दिया था, जब उन्होंने एचईसी की स्थापना की थी. इसकी स्थापना का प्रमुख उद्देश्य यही था कि देश में उद्योग धंधों का तेजी से विकास हो. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने एचईसी के प्रति जिस प्रकार से लापरवाही, उदासीनता और उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. 22 महीने से अधिकारियों-कर्मचारियों को वेतन न मिलना अफ़सोसजनक है. श्री तिर्की ने कहा कि इसके कारण न केवल देश के उद्योग धंधों का नुकसान हुआ है, बल्कि देश में बेरोजगारी भी बढ़ रही है. श्री तिर्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह किसी भी पूर्वाग्रह के बिना एचईसी के भविष्य को देखते हुए सकारात्मक निर्णय लें.