खलारी – रैयत विस्थापित मोर्चा की बैठक अंबेडकर पार्क डकरा में हुई। जिसकी अध्यक्षता एरिया अध्यक्ष बिगन सिंह भोगता तथा संचालन सचिव जगरनाथ महतो ने किया। बैठक में मोर्चा के द्वारा पूर्व में ही सीसीएल एनके एरिया प्रबंधन को दिए गए 31 सूत्री मांग पत्र पर प्रबंधन के द्वारा किए गए पहल पर चर्चा की गई। साथ ही रोजगार को लेकर निजी कंपनियों के द्वारा की गई पहल पर भी समीक्षा की गई।
मोर्चा के एरिया अध्यक्ष बिगन सिंह भोगता ने कहा कि प्रबंधन को पूर्व में दिए गए मांग पत्र के आलोक में अभी तक धरातल पर कोई काम नही दिख रहा है। वही सिविल विभाग के द्वारा भी स्थानीय रैयत विस्थापित को कार्य देने के मामले में उपेक्षा की जा रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही रोजगार के मुद्दे पर कुछ कंपनियों के द्वारा पहल किया गया है। लेकिन मधुकॉन कंपनी के द्वारा स्थानीय रैयत विस्थापित के रोजगार देने के मुद्दे पर टालमटोल रवैया को देखते हुए कंपनी के विरोध में जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
केडीएच से मोनेट होते हुए केकराहीगढ़ा बस्ती तक की जर्जर सड़क पर चिंता व्यक्त करते हुए सड़क बनाने की मांग की गई। अन्यथा केडीएच परियोजना एवं मोनेट कोल वाशरी का काम बन्द कराने का भी निर्णय लिया गया है। मोर्चा ने कड़े शब्दों में प्रबंधन एवं निजी कंपनियों को चेतावनी दी है कि रैयत विस्थापित की समस्या के प्रति उदासीन रवैया रहा तो सीसीएल एनके एरिया और निजी कंपनियों का काम बन्द कराया जाएगा।
बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष जालिम सिंह,रामलखन गंझू, विनय खलखो, नरेश गंझू, अशोक राम,देवपाल मुंडा,कन्हाई पासी,प्रभाकर गंझु, शिवनारायण लोहरा,दिनेश प्रसाद, सुनील यादव,श्याम उरांव, सुनीता गंझू, अनिता गंझू,कुलदीप साहू,सुरेंद्र राम,मन्नू तुरी,बिगन लोहरा,विकास तुरी,जगदीश गंझु, विक्की तुरी,मनोज तुरी,आनंद कुमार गंझू, वीके वर्मा सहित कई लोग मौजूद थें।
News – Kumar Prakash.