गुमला : प्रधानमंत्री खाद्य प्रसंस्करण इकाई के क्षेत्र में गुमला जिले के किसान/बेरोजगार युवक/युवतियां को उद्योग विभाग के माध्यम से खाद्य उद्योग लगाते हुए आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री खाद्य प्रसंस्करण इकाई के अंतर्गत आचार निर्माण, ब्रेड निर्माण, नमकीन, मिठाई, चूडा निर्माण, मुरही निर्माण, सॉस, जैम, पापड,बिस्कीट, कुरकुरे, सेवई, बेसन, मैदा, आटा, सेवई, सभी प्रकार के मसाले, पास्ता, आइसक्रीम, पेडा, खाद्य तेल, पशु आहार एवं अन्य खाद्य इकाई हेतु आवेदन प्राप्त करते हुए युवाओं को सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
खाद्य प्रसंस्करण इकाई के तहत आवेदक को 35 प्रतिशत का अनुदान राशि प्रदान की जाती है।
गुमला जिले में वर्तमान समय में खाद्य प्रसंस्करण इकाई के तहत-
जशपुर रोड में भगवान बिरसामुंडा पार्क के निकट गौतम कुमार कर्ण के द्वारा बेकरी के बिजनेस की शुरुआत की गई है।
वहीं गुमला के सुदुर प्रखण्ड चैनपुर के ट्राईबल उद्यमी मरियानुस असुर, ग्राम डोकापाट, जनावल के द्वारा बैंक आफ इंडिया चैनपुर से प्राप्त लोन राशि के सहयोग से चावल एवं आटा मिल इकाई की स्थापना की गई है।जिसके मरियानुस असुर द्वारा बताया गया कि वर्तमान में वे इस रोजगार से प्रत्येक माह 10 से 15 हजार रुपए का मुनाफा कमा रहें है।
गुमला जिला में रागी मिशन को प्राथमिकता देते हुए जिले के महिला समूह का क्रेडिट लिंकेज कराते हुए रागी लडडु के बिजनेस की शुरुआत करने हेतु सहायता प्रदान की गई।
पालकोट रोड स्थित लक्ष्मण ओहदार को स्टेट बैंक गुमला से पीएमएफएमइ योजना के तहत प्राप्त सहयोग राशि से मधु प्रोसेसिंग उद्योग लगाया गया जिसमें ओहदार जी द्वारा बताया गया कि वे इस रोजगार से प्रति माह 15 से 20 हजार की आमदी कमा रहें हैं।
वहीं लोहरदगा रोड थाना चौक के पास मानस कुमार श्रीवास्तव द्वारा मिठाई एवं नमकीन का उद्योग लगाया गया।
इस प्रकार से जिले में कई ऐसे व्यक्ति है जिन्होंने पीएमएफएमई योजना का लाभ लेकर अपने स्वरोजगार के मार्ग को चुन कर अपने सपनों को साकार किया।
आगामी वर्ष हेतु भी प्रधानमंत्री खाद्य प्रसंस्करण इकाई हेतु आवेदन का सृजन प्रखण्ड उद्यमी समन्वयक, जिला उद्यमी समन्वयक एवं जिला उद्योग केन्द्र गुमला के द्वारा किया जा रहा है।
News – गनपत लाल चौरसिया