छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित उक्त टोले के ग्रामीणों ने बिजली, पानी एवं सड़क जैसी समस्याओं को उपायुक्त के समक्ष रखा, जिसके निदान के लिए उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
गुमला : उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के क्षेत्र भ्रमण के क्रम में उन्होंने छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित डुमरी प्रखंड अंर्तगत करनी पंचायत स्थित मर्चाईपाट टोला का दौरा किया। 30 परिवार वाले मर्चाईपाट टोला में लगभग 10 PVTG समुदाय के परिवार जन एवं अन्य जाति के परिवार एक साथ मिलकर रहते हैं। उक्त गांव की मुख्य समस्या सड़क का न होना है। पाट क्षेत्र में अवस्थित उक्त टोला से डुमरी प्रखंड अथवा मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए घंटो की दूरी तय करनी पड़ती है, पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण एवं अच्छी सड़क के नहीं होने के कारण ग्रामीणों को पैदल ही मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए घंटो की दूरी तय करनी पड़ती है, उक्त समस्या की जानकारी उपायुक्त को मिली थी जिसे देखते हुए उन्होंने आज क्षेत्र भ्रमण के क्रम मेंमर्चाईपाट टोला को चुना एवं वहां के ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी सभी समस्याओं को एक एक कर सुना। ग्रामीणों ने सड़क की समस्या के अलावा बिजली, पानी, रोजगार आदि से संबंधित भी समस्याओं को उपायुक्त के समक्ष रखा, लेकिन प्राथमिक रूप से सड़क निर्माण हेतु ग्रामीणों ने निवेदन किया। ग्रामीणों ने सुआली से लेकर मर्चाईपाट तक के लिए कुल 6 किलो मीटर के सड़क निर्माण करने हेतु आवेदन दिए। उपायुक्त ने कहा कि राज्य में लगे आदर्श आचार संहिता के खत्म होने के पश्चात अविलंब उक्त से संबंधित अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।इसके साथ ही उपायुक्त ने ग्रामीणों से राशन, पेंशन, आयुष्मान कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों के संबंध में भी जानकारी ली, एवं उन्हें सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं से भी अवगत कराया। इसके साथ ही उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्र, विद्यालय एवं स्वास्थ्य व्यवस्था से संबंधित भी जानकारी ली।
इसके पश्चात उपायुक्त ने उक्त टोले में स्थित राजकियकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय मर्चाईपाट का भी दौरा किया , वहां के विद्यार्थियों से मुलाकात की इस दौरान उपायुक्त ने विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप एवं स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ देने के लिए निर्देश दिए । विद्यालय में एक विद्यार्थी था जिसके पिता की मृत्यु हो गई है एवं माता विद्यार्थी के साथ नहीं रहती एवं वह अपने भाई के साथ वहां रहता है, उपायुक्त ने ऐसे ही जानकारी लेते हुए उक्त विद्यार्थी की भी कहानी सुनी एवं उसके प्रति संवेदनशीलता दिखाई, तथा विद्यार्थी के परिजनों से भी मुलाकात की,विद्यार्थी के नाम और उनके परिजनों के नंबर लिए तथा उन्होंने विद्यार्थी की आवश्यक सहयोग करने का आश्वासन दिया। विद्यालय के शिक्षक को भी उक्त विद्यार्थी पर विशेष ध्यान रखने को कहा।
उपायुक्त के टोला आगमन के मौके पर वहां के सभी ग्रामीणों के लिए स्वास्थ्य चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन किया गया, जहां सभी ग्रामीणों का हिमोग्लोबिन, डाइबेटीज, सिकल सेल एनीमिया सहित प्राथमिकी जांच एवं आवश्यक दवाई का वितरण भी किया गया।
इस दौरान मुख्य रूप से बीडीओ डुमरी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहें।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया