धनबाद : आखिरकार जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सह पूर्व मंत्री सह झारखंड विस के पब्लिक अंडरटेकिंग समिति के चेयरमैन सरयू राय के पत्र के आलोक में झारखंड के राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन ने जांच के आदेश दे दिए हैं. ऐन चुनाव के वक्त जांच की बात सामने आने के बाद से भाजपा खेमे में हलचल है. धनबाद के बाघमारा विधायक सह बीजेपी प्रत्याशी ढुल्लू महतो के खिलाफ करीब 200 एकड़ निजी ,रैयती और गैरमजरुआ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने के मामले की जांच को लेकर राजभवन गंभीर है. सरयू राय ने पिछले दिन रांची, जमशेदपुर और धनबाद में प्रेस वार्ता कर आरोप लगाया था कि बाघमारा के कतरास और लेदीडुमर गांव के पास विधायक ढुल्लू ने इन जमीनों पर अवैध कब्जा कर ऊंची चहारदीवारी से घेराबंदी कर दी है. सरयू राय ने पिछले 25 अप्रैल को इन क्षेत्रों में घूम-घूम कर करीब तीन दर्जन पीड़ित लोगों की सूची तैयार की है. उनका आरोप है कि इन पीड़ितों में ऊंची जातियों से लेकर पिछड़ा वर्ग और आदिवासी परिवार भी शामिल हैं.
अगर जरूरत पड़ी तो, कोर्ट की शरण लेंगे : राय
इस मामले को लेकर राज्यपाल सचिवालय की संयुक्त सचिव अर्चना मेहता ने धनबाद जिला उपायुक्त माधवी मिश्री को सरयू राय के पत्र से अवगत कराते हुए मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. इस मामले में अभी तक बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो की ओर से साफगोई पेश नहीं की गई है. वहीं सरयू राय ने मीडिया से कहा है कि हमने बाघमारा के पीड़ितों से वादा किया था कि ढुल्लू के दबंगई और अत्याचार से निजात दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो, शोषितों को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट की शरण में भी जायेंगे. फिलहाल, ढुल्लू महतो की मुश्किल बढ़ने वाली है. वहीं कांग्रेस की चेहरे की चमक बढ़ गई है. उन्हें भाजपा की ओर से जवाब का इंतजार है.