गुमला : गुमला जिला अंतर्गत सिसई प्रखंड के सभागार में नौ महीने बाद शनिवार को प्रखंड बिससूत्री क्रियान्वयन समिति की बैठक हुई। अध्यक्षता बिससूत्री अध्यक्ष रवि उरांव ने की। बैठक में सीओ सहित कई विभाग के अधिकारियों के नहीं आने पर सदस्यों ने नाराजगी जताई और उन्हें शोकॉज करने की बात कही।
बैठक में सदस्य बैबुल अंसारी ने प्रखंड कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जाति, आय, आवासीय, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों को सही कराने के लिए भी घूस देना पड़ता है। विकास कार्यों में सभी का कमीशन निर्धारित है। सरकारी कर्मी बेलगाम हो गए हैं। पंचायत सचिवालय नहीं खुलता है और प्रखंड मुख्यालय में कर्मी नहीं मिलते हैं। छोटे-छोटे कार्यों के लिए लोगों को महीनों प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए सैकड़ों लोग एक साल से भटक रहे हैं।
पूर्व बिससूत्री अध्यक्ष गंगा उरांव ने बीडीओ और बिससूत्री अध्यक्ष पर बिससूत्री क्रियान्वयन समिति की बैठक नहीं लेने और पूर्व की बैठक में बने प्रोसिडिंग पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिससूत्री की बैठक में प्रखंड में कार्यरत विभागों की समीक्षा और जनता की समस्याओं पर चर्चा होती है ताकि संबंधित अधिकारी संज्ञान लेकर समस्या का निदान कर सकें। लेकिन पिछले तीन-चार साल से अधिकारी बिससूत्री क्रियान्वयन समिति का मजाक बना रहे हैं।
शशिकांत साहू ने मनरेगा योजना में कमीशनखोरी का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि बिरसा सिंचाई कूप में लाभुकों को मिलने वाले 50 हजार की राशि में से ठेकेदार द्वारा रॉयल्टी और जीएसटी के नाम पर 20,500 रुपये काटे जाते हैं। रामेश्वर उरांव ने आबुवा आवास में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि 10 से 15 हजार लेकर गरीबों की जगह संपन्न लोगों को आवास दिया गया है। उन्होंने कुछ संपन्न लाभुकों का नाम भी बताया और जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने अपने विभाग की रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत की। अध्यक्ष रवि उरांव ने बीडीओ रमेश कुमार यादव से बैठक में बने प्रोसिडिंग पर अमल करने और सभी विभाग के अधिकारियों से विभागवार जानकारी सूची अगली बैठक में प्रस्तुत करने को कहा।
मौके पर प्रमुख मीणा देवी, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश उरांव, अमर उरांव सहित कई अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।
News – गनपत लाल चौरसिया