गुमला – गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट की प्रबंधकीय समिति एवं न्याय परिषद की बैठक जिला समाहरणालय स्थित सभागार में आहूत की गई।
सर्वप्रथम उप विकास आयुक्त दिलेश्वर महत्त्तो के द्वारा सदस्यों को जिला खनिज फाउन्डेशन ट्रस्ट (DMFT) से संबंधित सरकार के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया।
इस दौरान उपायुक्त द्वारा उपस्थित सभी सदस्यों को यह बताया गया कि इस मद से वैसी मूलभूत संरचनाओं को ली जानी है जिससे खनिज प्रभावित क्षेत्रो के लोगों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। खनिज प्रभावित क्षेत्र के रूप में पूर्व से चिन्हित कुल 50 गांवों के अतिरिक्त पत्थर / बालू उत्खनन क्षेत्र एवं ईट भट्ठा प्रभावित क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है। इस प्रकार आज की तिथि में कुल 123 गाँव सघन खनन प्रभावित क्षेत्र में शामिल हैं।
बैठक में डीएमएफटी के सदस्यों के द्वारा अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न समस्याओं से उपायुक्त को अवगत करवाया । जिसपर उपायुक्त ने सभी संबंधित सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने अपने क्षेत्रों में ग्राम सभा का आयोजन करते हुए ग्रामीणों के सर्व सहमति से लिखित प्रस्ताव एवं योजनाएं दें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव से लगभग 10% ग्रामीण उक्त ग्राम सभा में अवश्य शामिल हो एवं प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करें। उपायुक्त ने कहा कि सभी प्रस्तावित योजनाओं पर जल्द ही कारवाई की प्रक्रिया की जाएगी।
इस दौरान विभिन्न स्थानों से रोड बनवाने के प्रस्ताव अधिक आएं इसके अतिरिक्त भट्ठीपाठ, डुमरपाठ, आदि स्थानों से आंगनवाड़ी केंद्र निर्माण के प्रस्ताव आएं, वहीं चंपाटोली से आंगनवाड़ी केंद्र निर्माण, नहर, स्वास्थ्य भवन आदि के निर्माण के प्रस्ताव आएं।
जिला परिषद अध्यक्ष के द्वारा करौंदी एवं नगर पंचायत अंतर्गत पत्थर माइनिंग से ग्रामीणों को हो रहे समस्याओं से अवगत कराया गया एवं ग्रामीणों की सुविधा के लिए आवश्यक निर्णय लेने के लिए सुझाव दिए गए।
विशुनपुर के सेरका पंचायत मुखिया द्वारा सड़क मार्ग के निर्माण, बिजली एवं पानी की सुविधाओं को दुरुस्त करने हेतु प्रस्ताव दिए गए। इसके अलावा अन्य कई प्रस्ताव एवं योजनाओं पर चर्चा हुई।उपायुक्त ने सभी योजनाओं के लिए ग्राम सभा के उपरांत प्रस्ताव देने का निर्देश दिया।
इस दौरान मुख्य रूप से खूंटी लोकसभा क्षेत्र के माननीय सांसद, लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद, विशुनपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक, अध्यक्ष जिला परिषद, वन प्रमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त गुमला, डायरेक्टर डीआरडीए, सिविल सर्जन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के कार्यपालक अभियंता, विभिन्न प्रखंडों के प्रमुख,मुखिया, उपमुखिया, सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहें ।
गनपत लाल चौरसिया