गिरिडीह : झारखंड की महिलाओं के आत्मसम्मान को बढ़ावा देने के मकसद से राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना का जिले की सभी महिलाओं/बहनों को लाभ दिलाने के लिये प्रखंडों की पंचायतों व गांवों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों के सभी वार्डों में शिविर लगाये जा रहे हैं। योजना को लेकर जिलेभर की महिलाएं/बहनें शिविर में बढ़-चढ़कर का भाग ले रही हैं। योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है और वे स्वयं भी आवेदन कर रही हैं. साथ ही अन्य महिला-बहनों को आवेदन करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। शनिवार को शहरी क्षेत्र सहित पूरे जिले भर में लाभुकों से आवेदन प्राप्त करने को लेकर कैंप लगाए गए थे। लेकिन कुछ केंपों में अव्यवस्था के बीच कैंप में आवेदन जमा करने आई महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहरी क्षेत्र के वार्ड नंबर 27, 28 और 30 के लिए आर्बिट होटल के पीछे सामुदायिक भवन में कैंप का आयोजन किया गया था, लेकिन यहां समय पर कंप्यूटर ऑपरेटर के नहीं पहुंचने के कारण फार्म जमा करने आई कई महिलाओं को खाली हाथ बैरंग लौटना पड़ा।
बिजली की व्यवस्था नहीं रहने से महिलाएं रही परेशान
कैंप में प्रतिनियुक्त कंप्यूटर ऑपरेटर के नहीं आने के कारण नगर निगम से आए हुए कर्मचारी भी लौट गए। इधर, शहरी क्षेत्र के वार्ड नंबर 23, 24 ,25 और 26 के लिए गिरिडीह नगर भवन में कैंप लगाया गया था लेकिन अव्यवस्था के कारण कैंप में अफरातफरी का माहौल रहा. कैंप में फॉर्म जमा करने के लिए सैकड़ों की संख्या में महिलाओं के जुट जाने के कारण प्रतिनियुक्त कर्मचारियों को परेशानी झेलनी पड़ी, वहीं सर्वर डाउन रहने से फॉर्म की लोगिंग नहीं हो पायी।
कंप्यूटर ऑपरेटर की संख्या बढ़ाने की मांग की
मौके पर मौजूद पूर्व वार्ड पार्षद सैफ अली गुड्डू ने स्थानीय प्रशासन से कैंप में हो रही अव्यवस्था को देखते हुए कंप्यूटर ऑपरेटर की संख्या बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि तीन से चार वार्ड के लिए एक जगह कैंप का आयोजन किया गया है, जिससे एक कैंप में हजारों लाभुक आवेदन जमा करने पहुंचे जा रहे हैं, जबकि फार्म अपलोड करने और लोगिंग करने में काफी समय लग रहा है. जिस कारण कैंप में फॉर्म जमा करने आ रही महिलाओं को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। इसलिए कैंप में अतिरिक्त कंप्यूटर ऑपरेटर प्रतिनियुक्त किया जाय, ताकि लाभुक महिलाओं को सहूलियत हो और फॉर्म भी सही समय पर भरा जा सके। कई जगहों पर फार्म बेचने बिचौलिए हावी हो गए हैं.
फार्म के लिए 50 रुपए तक वसूले जाने की शिकायत
चर्चा है कि फार्म देने के लिए साइबर कैफे संचालकों द्वारा लाभुक महिलाओं से 30 से 50 रुपए तक लिये जा रहे हैं। डिजिटल सेवा केंद्र के संचालक भी हैं. इनके द्वारा भोली-भाली महिलाओं को तीन से 5 रुपए में मिलने वाला फार्म के लिए 50 रुपये तक वसूले जा रहे हैं. इस पर भी सैफ अली गुड्डू ने एतराज जताया है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की मांग की है.