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Thursday, October 17, 2024
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गुमला में थैलेसिमिया सेंटर का भव्य उद्घाटन: मरीजों को मिलेगी नि:शुल्क और बेहतर चिकित्सा सुविधा

गुमला: गुमला जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल में एक विशेष थैलेसिमिया और सिकल सेल अनीमिया ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेंटर का शुभारंभ किया गया। यह सेंटर जिले के थैलेसिमिया और सिकल सेल अनीमिया से पीड़ित बच्चों और अन्य मरीजों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। इस सेंटर का उद्घाटन लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत के करकमलों से हुआ। यह सेंटर जिला प्रशासन गुमला और गैर-सरकारी संगठन ‘द विशिंग फैक्ट्री’ के सहयोग से शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य सुदूरवर्ती क्षेत्रों के मरीजों को बेहतर और नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है।

थैलेसिमिया और सिकल सेल अनीमिया के मरीजों के लिए वरदान

थैलेसिमिया और सिकल सेल अनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों, विशेषकर बच्चों के लिए यह सेंटर एक बड़ी राहत साबित होगा। सांसद सुखदेव भगत ने इस अवसर पर कहा, “यह सेंटर उन बच्चों और उनके परिवारों के लिए जीवनदायिनी साबित होगा, जो इन बीमारियों के कारण कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। जिला प्रशासन और ‘द विशिंग फैक्ट्री’ की यह पहल अत्यंत सराहनीय है और इस प्रकार की सुविधाओं का विस्तार अन्य क्षेत्रों में भी किया जाएगा।”

सांसद भगत ने यह भी आश्वासन दिया कि इस सेंटर के बेहतरी के लिए वे सांसद मद से हर संभव सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में उनके संसदीय क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के सेंटर स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा।

उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की सराहना

उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने थैलेसिमिया सेंटर की महत्ता और इसकी विशेषताओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “यह सेंटर बच्चों को सुरक्षित और देखभालयुक्त वातावरण में चिकित्सा सुविधा प्रदान करेगा। ‘द विशिंग फैक्ट्री’ के साथ मिलकर इस प्रकार की सुविधा गुमला जैसे दूरस्थ क्षेत्र में उपलब्ध कराना जिले के लिए एक गौरव की बात है।”

सेंटर की स्थापना का उद्देश्य सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना नहीं है, बल्कि मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखते हुए उन्हें एक सकारात्मक और सहारा देने वाला वातावरण उपलब्ध कराना है। उपायुक्त ने ‘द विशिंग फैक्ट्री’ के संस्थापक पार्थ ठाकुर के योगदान को याद किया, जिन्होंने स्वयं थैलेसिमिया और सिकल सेल अनीमिया का सामना किया था और ऐसे ही मरीजों के लिए यह संगठन खड़ा किया था।

द विशिंग फैक्ट्री का योगदान

‘द विशिंग फैक्ट्री’ की स्थापना पार्थ ठाकुर ने तब की थी जब वे महज 19 वर्ष के थे। पार्थ स्वयं थैलेसिमिया और सिकल सेल अनीमिया के मरीज थे, और उन्होंने यह सपना देखा था कि कोई भी मरीज इन बीमारियों के कारण अकेला महसूस न करे और उन्हें उचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। उनके निधन के बाद, उनकी सोच को NGO के वर्तमान चेयरमैन राजेश ठाकुर द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है। आज ‘द विशिंग फैक्ट्री’ देशभर में 10 थैलेसिमिया सेंटर संचालित कर रही है, और गुमला अब इसका नवीनतम हिस्सा बन गया है।

सेंटर की विशेषताएं: बच्चों के लिए विशेष सुविधाएं

गुमला के इस थैलेसिमिया सेंटर को विशेष रूप से बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे उपचार के दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस कर सकें। सेंटर की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • चाइल्ड-फ्रेंडली वातावरण: सेंटर को बच्चों के अनुकूल बनाया गया है, जहां टीवी, खेलने की चीजें और मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराए गए हैं।
  • 5-बेड की सुविधा: सेंटर में 5-बेड की क्षमता है, जिससे एक समय में कई मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा सके।
  • मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान: मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखा गया है, ताकि उन्हें सकारात्मक माहौल में उपचार मिले और वे बीमारी से लड़ने में मानसिक रूप से मजबूत बन सकें।
  • समर्पित नर्सिंग स्टाफ: सेंटर में विशेष रूप से प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ मौजूद होगा, जो मरीजों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा और उनकी देखभाल करेगा।

स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार

गुमला जैसे सुदूरवर्ती और ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित करना एक बड़ी उपलब्धि है। यह सेंटर न केवल स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें मानसिक और भावनात्मक सहारा भी देगा। मरीजों को अब बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी, और वे अपने ही जिले में उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।

समुदाय और प्रशासन की साझेदारी

गुमला में थैलेसिमिया सेंटर का शुभारंभ यह दर्शाता है कि समुदाय, प्रशासन और गैर-सरकारी संगठनों की साझेदारी से सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं। सांसद सुखदेव भगत, उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी और ‘द विशिंग फैक्ट्री’ के सहयोग से यह सेंटर एक मिसाल बन चुका है, और इसका लाभ सैकड़ों मरीजों को मिलेगा।

एक बेहतर भविष्य की ओर कदम

गुमला के इस थैलेसिमिया सेंटर का उद्घाटन एक बेहतर और स्वस्थ भविष्य की ओर कदम है। यह सेंटर न केवल चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा, बल्कि मरीजों को जीवन जीने का नया साहस और उत्साह भी देगा। गुमला के मरीजों को अब बेहतर स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा उपलब्ध होगी, और वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे।

यदि आपके परिवार में कोई थैलेसिमिया या सिकल सेल अनीमिया से पीड़ित है, तो गुमला के इस नए थैलेसिमिया सेंटर का लाभ उठाएं। नि:शुल्क चिकित्सा सेवा और सकारात्मक माहौल के साथ, यह सेंटर मरीजों को नई उम्मीद देगा।

न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया

Edited by – Sanjana Kumari.

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