गुमला: आगामी विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच, गुमला जिले में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त व्यय प्रेक्षक राघवेंद्र पी. ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का आयोजन समाहरणालय स्थित सभागार (चंदाली) में किया गया, जिसमें जिले में चुनाव संबंधी व्यय अनुश्रवण (Monitoring) के विभिन्न कोषांगों के नोडल पदाधिकारी और अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में गुमला के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की भी उपस्थिति रही। यह बैठक आगामी चुनाव में खर्चों पर सख्त निगरानी रखने, चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
निर्वाचन व्यय अनुश्रवण: पारदर्शिता और निगरानी पर जोर
बैठक के दौरान व्यय प्रेक्षक ने व्यय अनुश्रवण कोषांग, एमसीएमसी कोषांग, वीएसटी (Video Surveillance Team), एकाउंटिंग टीम, एसएसटी (Static Surveillance Team) और एफएसटी (Flying Squad Team) के नोडल अधिकारियों से उनके कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अब तक की गई तैयारियों और निगरानी प्रक्रिया की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और यह सुनिश्चित किया कि सभी गतिविधियाँ निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप हो रही हैं।
व्यय प्रेक्षक राघवेंद्र पी. ने यह स्पष्ट किया कि चुनाव के दौरान आर्थिक अनुशासन बनाए रखना जरूरी है और इसमें किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चुनाव खर्च पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए गए ताकि सभी राजनीतिक दल और प्रत्याशी चुनाव में पारदर्शिता का पालन करें।
तीनों विधानसभा क्षेत्रों में होगी कड़ी निगरानी
व्यय प्रेक्षक ने अधिकारियों को सूचित किया कि गुमला जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में औचक निरीक्षण किया जाएगा। चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए निगरानी टीमें सतर्क रहेंगी। व्यय प्रेक्षक ने कहा, “निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी और चुनावों तक कड़ी निगरानी जारी रहेगी।”
उन्होंने नोडल अधिकारियों से कहा कि वे सभी कार्यों को समय पर पूरा करें और सुनिश्चित करें कि चुनावी व्यय से संबंधित सभी नियमों का सख्ती से पालन किया जाए।
समन्वय और टीम वर्क की जरूरत
बैठक में व्यय प्रेक्षक ने समन्वय और टीम वर्क पर विशेष जोर दिया। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों और संबंधित कोषांगों के अधिकारियों से आपसी सहयोग और समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया। यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि सभी टीमों के बीच बेहतर तालमेल हो ताकि चुनावी खर्चे पर नियंत्रण रखने और किसी भी प्रकार की वित्तीय गड़बड़ी को रोकने में आसानी हो।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी ने भी बैठक में अधिकारियों से अपील की कि वे अपने-अपने कार्यों को गंभीरता से लें और चुनावी प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करें।
निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन अनिवार्य
बैठक के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि सभी निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन सख्ती से हो। व्यय प्रेक्षक ने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या खर्च की गलत जानकारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने के लिए वीडियो निगरानी टीम (VST) और फ्लाइंग स्क्वॉड (FST) की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
एमसीएमसी कोषांग (Media Certification and Monitoring Committee) के अधिकारी इस दौरान चुनाव प्रचार के मीडिया खर्च की निगरानी करेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अनधिकृत प्रचार सामग्री या अनुचित खर्च पर अंकुश लगाया जा सके।
सभी कोषांगों का दायित्व: ससमय अनुपालन सुनिश्चित करें
व्यय प्रेक्षक ने इस बात पर जोर दिया कि सभी कोषांगों के नोडल अधिकारी अपने दायित्वों का ससमय अनुपालन करें। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी प्रक्रियाएं समय पर पूरी हों और किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही न हो।
उन्हें यह भी निर्देश दिया गया कि चुनावी खर्चे की मॉनिटरिंग में कोई चूक न हो और हर खर्च का लेखा-जोखा रखा जाए। इसके लिए सभी टीमें एक-दूसरे के साथ बेहतर समन्वय बनाए रखें।
निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कड़े निर्देश
इस बैठक के माध्यम से चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। निर्वाचन आयोग का मुख्य उद्देश्य है कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की आर्थिक गड़बड़ी न हो और सभी राजनीतिक दल और प्रत्याशी चुनावी खर्च के नियमों का सख्ती से पालन करें।
व्यय प्रेक्षक ने चुनावी प्रक्रिया को सशक्त और पारदर्शी बनाने के लिए यह सुनिश्चित किया कि चुनावों के दौरान कड़ी निगरानी रखी जाएगी और हर गतिविधि पर गहन निरीक्षण होगा। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि चुनावी माहौल निष्पक्ष और स्वतंत्र रहे।
पारदर्शिता और निगरानी से ही होगा निष्पक्ष चुनाव
गुमला जिले में आयोजित इस बैठक के जरिए यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि चुनावी व्यय पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। व्यय प्रेक्षक द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर सभी कोषांग और अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
इस चुनावी प्रक्रिया में जनता की भी अहम भूमिका है। आपका मतदान आपका अधिकार है, और इसे सुरक्षित, निष्पक्ष, और पारदर्शी तरीके से सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी में है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया
Edited by – Sanjana Kumari