गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र में महिला कॉलेज पुग्गू के समीप एक दर्दनाक सड़क हादसे में 26 वर्षीय युवक लक्ष्मण उरांव की मौत हो गई। गुरुवार रात करीब 7:30 बजे हुई इस दुर्घटना में अज्ञात वाहन ने लक्ष्मण की बाइक को जोरदार टक्कर मारी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा गुमला बाजार से घर लौटने के दौरान हुआ।
दुर्घटना का विवरण: कैसे हुई घटना?
लक्ष्मण उरांव, जो हिमाचल प्रदेश में एक प्रोजेक्ट कंपनी में कार्यरत था और छुट्टियों में घर आया हुआ था, गुरुवार शाम गुमला बाजार से अपने निजी काम निपटाने के बाद घर लौट रहा था।
- हादसा स्थल: महिला कॉलेज पुग्गू के समीप।
- समय: रात 7:30 बजे।
- वाहन की टक्कर: तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी।
घटना के बाद राहगीरों और स्थानीय लोगों ने घायल युवक को सदर अस्पताल गुमला पहुंचाया।
इलाज के दौरान मौत: रांची ले जाने के क्रम में तोड़ा दम
सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद युवक की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया।
- परिजन: तुरंत एंबुलेंस के जरिए उसे रांची ले जा रहे थे।
- रास्ते में मौत: रांची ले जाने के क्रम में युवक ने दम तोड़ दिया।
- पोस्टमार्टम: शव को गुमला सदर अस्पताल लाकर पोस्टमार्टम किया गया और शुक्रवार दोपहर 12 बजे परिजनों को सौंप दिया गया।
मृतक के परिजनों का बयान
लक्ष्मण उरांव के परिजनों ने बताया कि:
- वह हिमाचल प्रदेश में एक प्रोजेक्ट कंपनी में कार्यरत था।
- छुट्टियों में अपने गांव बरिसा आया हुआ था।
- हादसे के दिन वह बाजार से लौट रहा था, जब अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी।
पुलिस की कार्रवाई और जिम्मेदारियां
गुमला सदर थाना पुलिस ने हादसे की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की।
- शव को कब्जे में लिया:
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा। - अज्ञात वाहन की तलाश:
पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी है। - स्थानीय अपील:
स्थानीय निवासियों और राहगीरों से घटना से संबंधित कोई भी जानकारी साझा करने की अपील की गई है।
सड़क सुरक्षा की अनदेखी: बढ़ते हादसों का कारण
गुमला जैसे इलाकों में सड़क हादसे तेजी से बढ़ रहे हैं।
मुख्य कारण:
- तेज रफ्तार और लापरवाही: अज्ञात वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों की अनदेखी।
- सड़क पर रोशनी की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट की अनुपस्थिति।
- वाहन चालकों की लापरवाही: हेलमेट का उपयोग न करना और शराब पीकर वाहन चलाना।
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है।
परिवार और समुदाय पर प्रभाव
लक्ष्मण उरांव के असामयिक निधन से उसके परिवार और पूरे समुदाय में शोक का माहौल है।
- परिवार का मुख्य सहारा: लक्ष्मण अपने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियां उठाता था।
- समुदाय का आक्रोश: स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने की मांग की है।
क्या हो सकता है समाधान?
इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन और नागरिकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
प्रशासनिक कदम:
- सड़क पर कैमरे और गश्त: अज्ञात वाहन चालकों की पहचान के लिए।
- सड़क सुधार: ग्रामीण इलाकों में सड़कों की स्थिति को सुधारना और स्ट्रीट लाइट लगाना।
- यातायात जागरूकता: स्थानीय समुदाय को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना।
नागरिकों की जिम्मेदारी:
- हेलमेट का नियमित उपयोग।
- यातायात नियमों का पालन।
- दुर्घटना के समय तुरंत पुलिस को सूचित करना।
सड़क सुरक्षा की आवश्यकता
लक्ष्मण उरांव की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के महत्व को रेखांकित करता है। प्रशासन को इस घटना से सबक लेकर गुमला और आसपास के क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
क्या आप मानते हैं कि इस घटना से सड़क सुरक्षा पर जोर देने की आवश्यकता है? अपनी राय साझा करें।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया