गुमला के पहलवानों ने 25वीं राज्य स्तरीय सीनियर महिला एवं पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 7 पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया। यह प्रतियोगिता 27 से 29 नवंबर 2024 के बीच पलामू जिले के पिपरा में आयोजित की गई थी। गुमला के कुश्ती खिलाड़ियों ने अपने कौशल और जज्बे से यह साबित कर दिया कि वे राज्य के सर्वश्रेष्ठ में से हैं।
गुमला के पदक विजेता: खेल का उत्कृष्ट प्रदर्शन
पदक सूची:
- प्रहलाद कुमार साहू – गोल्ड मेडल
- संगम खलखो – गोल्ड मेडल
- अंकित कुमार इंदवार – सिल्वर मेडल
- प्रियंका असुर – सिल्वर मेडल
- बिंदिया कुमारी – कांस्य मेडल
- पुनीता कुमारी – कांस्य मेडल
- मुनिता कुमारी – कांस्य मेडल
गोल्ड मेडलिस्ट प्रहलाद कुमार साहू और संगम खलखो ने अपने मुकाबलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए निर्णायक जीत हासिल की। वहीं, प्रियंका असुर और अंकित कुमार इंदवार ने अपने वर्गों में सिल्वर मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
गुमला कुश्ती संघ का नेतृत्व और टीम की तैयारी
गुमला की कुश्ती टीम का नेतृत्व जिला कुश्ती संघ के सचिव निलेश कुमार साहू ने किया।
- निलेश कुमार साहू, जो राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक भी हैं, ने टीम को तकनीकी और मानसिक रूप से तैयार किया।
- टीम के कोच खुशबू तिर्की ने खिलाड़ियों की फिटनेस और रणनीति पर विशेष ध्यान दिया।
प्रतियोगिता में झारखंड राज्य कुश्ती टीम की ओर से निलेश कुमार साहू और बालमुनि कुमारी को टेक्निकल ऑफिशियल के रूप में नियुक्त किया गया था।
प्रतियोगिता की चुनौतियां और सफलता का सफर
पलामू में आयोजन:
पिपरा में आयोजित इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में झारखंड के विभिन्न जिलों से आए खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
- गुमला की टीम ने कठिन मुकाबलों का सामना करते हुए यह सफलता हासिल की।
- खिलाड़ियों ने न केवल अपनी कुश्ती प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि अनुशासन और खेल भावना का भी परिचय दिया।
प्रशिक्षण का महत्व:
गुमला के पहलवानों की सफलता का श्रेय उनकी कड़ी मेहनत और कुश्ती संघ के समर्पण को जाता है।
- नियमित अभ्यास और रणनीतिक तैयारी ने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास दिया।
- कुश्ती संघ ने खिलाड़ियों को आवश्यक सुविधाएं और मार्गदर्शन प्रदान किया।
गुमला कुश्ती संघ की भूमिका: खिलाड़ियों को नई ऊंचाइयों तक ले जाना
गुमला जिला कुश्ती संघ ने जिले में कुश्ती के विकास के लिए कई पहल की हैं।
- राष्ट्रीय प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन: संघ नियमित रूप से कुश्ती शिविर और प्रशिक्षण सत्र आयोजित करता है।
- युवाओं को प्रोत्साहन: युवा प्रतिभाओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- सुविधाओं का विस्तार: खिलाड़ियों के लिए बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं।
खेल में गुमला की नई पहचान
कुश्ती: गुमला का उभरता खेल
गुमला धीरे-धीरे कुश्ती में झारखंड के अग्रणी जिलों में स्थान बना रहा है।
- खिलाड़ियों की उपलब्धियों ने गुमला को राज्य स्तर पर पहचान दिलाई है।
- युवाओं को इस खेल में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
सरकार और समाज का सहयोग जरूरी:
गुमला के खिलाड़ियों को बेहतर मंच और सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को कुश्ती संघ का समर्थन करना चाहिए।
भविष्य की योजनाएं और उम्मीदें
गुमला कुश्ती संघ का लक्ष्य आने वाले वर्षों में और अधिक खिलाड़ियों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है।
- राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी: गुमला के पहलवानों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जाएगा।
- युवाओं को जोड़ना: नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज के लिए जिला स्तर पर ट्रायल आयोजित किए जाएंगे।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी: गुमला के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
गुमला कुश्ती का भविष्य उज्ज्वल
पलामू में आयोजित 25वीं राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में गुमला के पहलवानों ने अपनी मेहनत और कौशल से जो सफलता हासिल की है, वह जिले के लिए गर्व की बात है। यह सफलता न केवल खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है, बल्कि जिले में खेल के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण कदम है।
क्या आप मानते हैं कि गुमला जैसे जिलों में कुश्ती जैसे खेलों को और बढ़ावा दिया जाना चाहिए? अपनी राय साझा करें।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया