गुमला: विकास की प्रगति और सेवाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
गुमला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सोमवार को बसिया और पालकोट प्रखंड का दौरा किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य क्षेत्र में चल रही विकास परियोजनाओं का जायजा लेना और सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता को सुदृढ़ करना था। उनके इस दौरे में स्थानीय पुस्तकालयों, खेल सुविधाओं, और धान अधिप्राप्ति केंद्रों जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का निरीक्षण शामिल था।
बसिया: इनडोर स्टेडियम और पुस्तकालय की विशेष समीक्षा
1. अनुमंडल स्तरीय इनडोर स्टेडियम का निरीक्षण
उपायुक्त ने सबसे पहले बसिया में बने नए इनडोर स्टेडियम का दौरा किया।
- उन्होंने स्टेडियम की संरचना, सुविधाओं और रखरखाव की स्थिति का अवलोकन किया।
- उपायुक्त ने अधिकारियों को स्टेडियम के बेहतर रखरखाव और स्थानीय खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
- उन्होंने कहा कि इस सुविधा का उपयोग स्थानीय युवाओं के कौशल विकास और खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए किया जाना चाहिए।
2. नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुस्तकालय का दौरा
पुस्तकालय के निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने युवाओं और छात्रों को पुस्तकालय का अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
- उन्होंने पुस्तकालय की पुस्तकें, बैठने की व्यवस्था, और नियमित पाठकों की संख्या का आकलन किया।
- उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पुस्तकालय में आधुनिक डिजिटल सुविधाएं जोड़ी जाएं ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
पालकोट: धान अधिप्राप्ति केंद्र और सार्वजनिक सेवाओं का जायजा
1. लैंपस (धान अधिप्राप्ति केंद्र) का निरीक्षण
उपायुक्त ने पालकोट के लैंपस केंद्र का निरीक्षण किया, जहां किसानों से धान की खरीद की जाती है।
- उन्होंने सहकारी समितियों को निर्देशित किया कि वे किसानों के लिए सभी प्रक्रियाओं को पारदर्शी और सरल बनाएं।
- उपायुक्त ने किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास किया।
- जिला सहकारिता पदाधिकारी को नियमित जांच और केंद्र की दक्षता सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए।
2. बाबा भीम राव आंबेडकर पुस्तकालय का अवलोकन
पालकोट में स्थित इस पुस्तकालय का दौरा करते हुए उपायुक्त ने इसे स्थानीय नागरिकों और छात्रों के लिए ज्ञान का केंद्र बताया।
- उन्होंने कहा कि पुस्तकालय की व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाया जाएगा।
- स्थानीय युवाओं को इस सुविधा का उपयोग करके प्रतियोगी परीक्षाओं और करियर निर्माण में मदद मिलेगी।
- उन्होंने अधिकारियों से पुस्तकालय के संसाधनों को अपडेट करने और डिजिटल सामग्री जोड़ने के लिए कहा।
भ्रमण का उद्देश्य और महत्व
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी का यह दौरा जिला प्रशासन की विकास योजनाओं की प्रगति का आकलन करने और सार्वजनिक सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में था।
- उनके निरीक्षण ने न केवल परियोजनाओं की वास्तविक स्थिति को उजागर किया बल्कि क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए नए निर्देशों का भी आधार तैयार किया।
- उपायुक्त ने स्थानीय नागरिकों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझा और उन्हें समाधान का भरोसा दिया।
सुधार के लिए दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश
- खेल और पुस्तकालय सुविधाओं का विस्तार
- स्टेडियम और पुस्तकालयों को डिजिटल और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने के आदेश।
- इन स्थानों का प्रचार-प्रसार कर अधिक उपयोग सुनिश्चित करने की योजना।
- कृषि संबंधित सेवाओं में सुधार
- लैंपस केंद्रों में पारदर्शिता बढ़ाने और किसानों को शीघ्र भुगतान का आश्वासन।
- सहकारी समितियों को और प्रभावी बनाने पर जोर।
- स्थानीय नागरिकों के लिए जागरूकता अभियान
- सरकारी सेवाओं और योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना।
- युवाओं और छात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करना।
आगे की योजना: क्षेत्रीय विकास के लिए प्रतिबद्धता
गुमला जिला प्रशासन ने इस भ्रमण के माध्यम से स्पष्ट संदेश दिया है कि विकास योजनाओं की सफलता स्थानीय भागीदारी और पारदर्शिता पर निर्भर करती है।
- जिला प्रशासन ने सभी विकास परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का संकल्प लिया है।
- सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और नागरिकों को प्राथमिक सुविधाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता रहेगी।
सामुदायिक विकास की दिशा में एक मजबूत कदम
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी का यह क्षेत्रीय दौरा प्रशासन की सक्रियता और सामुदायिक जुड़ाव का बेहतरीन उदाहरण है। यह पहल न केवल विकास परियोजनाओं की गति बढ़ाएगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास में नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करेगी।
गुमला जिला प्रशासन की यह पहल शिक्षा, खेल, कृषि, और सार्वजनिक सेवाओं को सशक्त करने के साथ-साथ नागरिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया