गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र में नकली नोटों का अवैध कारोबार करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पांच-पांच सौ रुपये के तीन नकली नोट बरामद किए गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत कर गुमला जेल भेज दिया है।
गुप्त सूचना पर पुलिस ने दी दबिश
कामडारा थाना क्षेत्र के बकसपुर गांव के ग्रामीणों ने हाट-बाजारों में नकली नोटों के चलने की सूचना पुलिस को दी थी। इसके बाद थाना प्रभारी शशि प्रकाश ने अपनी टीम के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए कुरकुरा बाजार में छापेमारी की। छानबीन के दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों की पहचान और अपराध स्वीकारोक्ति
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ने अपना नाम राहुल कुमार बताया, जो रांची जिले के नगड़ी गांव का निवासी है। दूसरे आरोपी ने अपना नाम चिंटू कुमार बताया, जो बिहार के लखीसराय का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ के दौरान दोनों ने अपराध स्वीकार करते हुए खुलासा किया कि वे नकली नोटों को कमिशन पर चलाते थे और इस कार्य में उनके अन्य साथी भी शामिल हैं।
गिरोह की कार्यप्रणाली का खुलासा
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे किसी अन्य व्यक्ति से नकली नोट प्राप्त करते थे और इन्हें गांवों के हाट-बाजारों में चलाते थे। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि उनके अन्य साथी इस अवैध कार्य को अंजाम देने के लिए सक्रिय हैं।
पाकिस्तान और नेपाल से जुड़े तार
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि पांच-पांच सौ रुपये के नकली नोटों का यह अवैध कारोबार दशकों से पाकिस्तान और नेपाल के रास्ते बिहार और झारखंड सहित अन्य राज्यों में फैला हुआ है।
अवैध धंधे पर रोक लगाने में विफल एजेंसियां
गुप्तचर विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों के तमाम प्रयासों के बावजूद नकली नोटों के इस अवैध धंधे को पूरी तरह समाप्त करना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। बताया जाता है कि इस गिरोह को सफेदपोश अपराधियों और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, जो इस अवैध धंधे के बढ़ने में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
छापेमारी जारी
कामडारा थाना पुलिस अन्य साथियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस रैकेट को जल्द ही पूरी तरह से उजागर किया जाएगा और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।
गुमला सहित झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय गिरोह
गुमला जिले के साथ-साथ पूरे झारखंड के गांवों के हाट-बाजारों में नकली नोटों का कारोबार तेजी से फैल रहा है। पुलिस और प्रशासन के लिए यह एक गंभीर चुनौती बनी हुई है।
नकली नोटों के इस अवैध कारोबार से न केवल आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि यह कानून व्यवस्था के लिए भी बड़ा खतरा बन गया है। पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इसे रोकने के लिए राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर सख्त कदम उठाने होंगे।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया