हजारीबाग स्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। प्रतियोगिता में असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और झारखंड सहित सात राज्यों के कुल 32 विश्वविद्यालयों के दल शामिल हुए। रंग-बिरंगे गुब्बारों को उड़ाकर इस आयोजन की शुरुआत की गई, जिसमें झारखंड की समृद्ध संस्कृति को दर्शाते छाऊ नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति ने समां बांध दिया।
उद्घाटन समारोह का भव्य आयोजन
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित बिनोदिनी पार्क में आयोजित उद्घाटन समारोह की शुरुआत हजारीबाग पुलिस अकादमी के निदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिन्हा के आगमन के साथ हुई। मुख्य अतिथि के स्वागत में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF), मेरू के ब्रास बैंड ने बैंडमास्टर जी. टी. दामले के नेतृत्व में शानदार धुन बजाई, जिससे पूरे परिसर में रोमांचक माहौल बन गया।
राष्ट्रीय ध्वज और मार्च पास्ट से गूंजा परिसर
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार ने जब राष्ट्रीय ध्वज फहराया, तो BSF बैंड द्वारा बजाए गए राष्ट्रगान ने सभी को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया। इसके बाद भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) और विनोबा भावे विश्वविद्यालय के झंडों को क्रमशः डॉ. विकास कुमार एवं आयोजन सचिव सह खेल निदेशक डॉ. राखो हरि ने फहराया।
मार्च पास्ट की जिम्मेदारी डॉ. सुकल्याण मोइत्रा ने संभाली, जिनके आदेश पर विभिन्न विश्वविद्यालयों के दलों ने अनुशासित ढंग से मार्च करते हुए मुख्य मंच को सलामी दी। इस दौरान हजारीबाग पुलिस अकादमी के ब्रास बैंड ने जोशीले धुन बजाकर प्रतिभागियों में उत्साह भरा। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, कुम्हार टोली के घोष दल ने मार्च पास्ट का नेतृत्व किया, जबकि अंत में मेजबान विनोबा भावे विश्वविद्यालय और तिलैया के ग्रिजली विद्यालय के बैंड दलों ने दर्शकों का ध्यान खींचा। उपस्थित अतिथियों एवं विश्वविद्यालय परिवार ने तालियों की गड़गड़ाहट से सभी टीमों का उत्साहवर्धन किया।
मुख्य अतिथि का संबोधन और शुभकामनाएं
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने इस भव्य आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई दी और सभी प्रतिभागी टीमों को खेल भावना के साथ बेहतरीन प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं दीं। कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार ने भी सभी विश्वविद्यालयों के खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का स्वागत करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस दौरान झारखंड खो-खो संघ के सचिव संतोष कुमार भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
स्मारिका का लोकार्पण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
इस अवसर पर प्रोफेसर बिमल कुमार मिश्रा एवं डॉ. केदार सिंह के नेतृत्व में तैयार की गई विश्वविद्यालय की स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया। साथ ही, देवाशीष दास के निर्देशन में प्रस्तुत छाऊ नृत्य ने झारखंड की संस्कृति को जीवंत कर दिया। दर्शकों ने इस ऊर्जावान प्रस्तुति का भरपूर आनंद उठाया।
प्रतियोगिता की विधिवत शुरुआत
मुख्य पंडाल में सभी टीमों के झंडा वाहकों को अर्धवृत्ताकार में खड़ा कर अशोक कुमार सिंह ने प्रतियोगिता की शपथ दिलाई। इसके बाद मुख्य अतिथि द्वारा प्रतियोगिता के औपचारिक उद्घोषण के साथ ही रंग-बिरंगे गुब्बारों को आसमान में छोड़ा गया, जिससे संपूर्ण विनोदिनी पार्क उत्सव के माहौल से सराबोर हो गया।
प्रतिभागियों की उल्लेखनीय उपस्थिति
इस उद्घाटन समारोह में प्रतिभागी विश्वविद्यालयों के खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, रेफरीगण, विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, शिक्षक, अवकाश प्राप्त शिक्षाविद्, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, विद्यार्थी और स्थानीय महाविद्यालयों के प्राचार्य व आमंत्रित अतिथि बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
स्वागत भाषण डॉ. विकास कुमार ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राखो हरि ने किया। कार्यक्रम संचालन का दायित्व डॉ. सुबोध कुमार सिंह, डॉ. मृत्युंजय प्रसाद, डॉ. जॉनी रुफिना तिर्की एवं पुष्कर ने निभाया।
इसके बाद अतिथियों ने उद्घाटन मैच का आनंद लिया, जिससे इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की शुरुआत और भी यादगार बन गई।
न्यूज़ – Vijay Chaudhary