गुमला – गुमला जिला अंतर्गत स्थित महासदशिव मंदिर मरदा का सप्तम वार्षिक महोत्सव 1 एवं 2 मार्च 25 अत्यंत भव्य और विशाल स्तर पर मनाया जाएगा। यह निर्णय मंदिर संचालन समिति के पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया। इस बार दो दिवसीय समारोह में प्रत्येक कार्यक्रम को अनूठा और भव्यतर बनाने का निर्णय लिया गया।
इस बार की कलश यात्रा बृहतर होगी जिसमें 4000 महिलाओं के भाग लेने की संभावना है। इसके लिए गांव गांव जा कर महिलाओं को अक्षत, सुपाड़ी के साथ निमंत्रण दिया जा रहा है। चार हजार कलश और नारियल की व्यवस्था हो चुकी है। कलश यात्रा की अग्रणी पंक्ति में 101 सनातनी पताका लिए उत्साही युवक चलेंगे, उनके पीछे ख्यातिप्राप्त मांदर बादक हुलास की ढांक, ढोल, और पाइका नृत्य की 13 सदस्यीय मंडली होगी।
उनके पीछे, साधु संत, महात्मा आचार्यगण चलेंगे। इनके बाद कीर्तन मंडली होगी। इनके पीछे बालक- बालिकाओं की बैंड की टोली होगी। कानपुर से आ रहे कलाकारों द्वारा झाँकी में शिव पार्वती, राधा कृष्ण का साक्षात रूप पेश किया जाएगा साथ ही बजरंग बलि के विराट रूप को भी दर्शाया जाएगा।
कलश यात्रियों की लंबी पंक्ति के बीच बीच में कई झांकियां होंगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार की कलश यात्रा अभूतपूर्व होगी। इसकी समाप्ति के तुरंत बाद यात्रियों को शरबत और प्रसाद वितरित किए जायेंगे। उसके बाद संतों का प्रवचन। एक बजे अपराह्न से भंडारा प्रारंभ होगा जिसमें इस बार 15000 भक्तजनों के भाग लेने का अनुमान है।
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी ज्योतिर्पीठ के शंकराचार्य के प्रतिनिधि के रूप में श्री मुकुंदानंद जी अपने दस शिष्यों के साथ, महात्मा श्री अखंडानंद जी, अनेक साधु संत, महात्मा आचार्य आदि होंगे।
इस बार के अखण्ड हरिकीर्तन में स्त्री पुरुषों की चुनिंदे 6 मंडलियां भाग ले रहीं हैं। इस बार का कीर्तन भी भक्ति और आनंद का संगम होगा।
त्रयंबकेश्वर के 11 आचार्यों द्वारा हवन, पूजन, भजन एवं समस्त यज्ञोपवीत क्रिया कर्म संपादित तो किए जायेंगे ही, संध्या में वाराणसी की तर्ज पर गंगा आरती का आयोजन भी किया जाएगा जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा। इस आरती में दर्शकों की भीड़ को देखते हुए इस बार इसे मुख्य मंच पर आयोजित करने की व्यवस्था रखी गई है।
इस बार का पारंपरिक सांस्कृतिक और नागपुरी कार्यक्रम भी अनोखा होने जा रहा है।
इस बार जहां एक ओर मंच की साइज बढ़ाई जा रही है वहीं इसे बीच में आगे बढ़ा कर रैंप भी बनाया जा रहा है ताकि कलाकार दर्शकों के नजदीक जा सकें और दर्शक भी उन्हें निकट से देख सकें। इस बार के कार्यक्रम में अनेक नए लोकप्रिय कलाकार पधार रहे हैं। इस बार ओडिशा से श्रीमती उर्मिला मोहंती अपनी नृत्य मंडली के साथ मंच पर उतरेंगी जिसकी मुख्या नृत्यांगना कुमारी खुशबू अपनी ग्रुप के साथ होंगी।
एक ओर जहां आप हुलास को मांदर धतंगाते हुए नाचते देखेंगे तो वहीं उनकी नृत्य मंडली को थिरकते हुए। इस बार जहां आप को सुमन गुप्ता, प्रीति बारला, केशव देवी , सहदेव बड़ाइक और रूपेश बड़ाइक के गीत झूमने को बाध्य कर देंगे वहीं कुमारी खुशबू और दीपिका के नृत्य पर आप भी नाचने पर मजबूर हो जाएंगे।
इस रंगारंग कार्यक्रम को संगीतमय वाद्ययंत्रों से सजाया है लिटिल स्टार म्यूजिकल ग्रुप सिमडेगा। कुल मिलाकर आप इस वर्ष नागपुरी गीत संगीत और नृत्य के रस से दो मार्च की रात सराबोर हो जाएंगे। रंगमंच पर प्रकाश और ध्वनि व्यवस्था संतोष साउंड गुमला की होगी।
दर्शकों की सुविधा के लिए इस बार संपूर्ण कार्यक्रम को LED स्क्रीन के द्वारा लाइव दिखाए जाने की भी व्यवस्था की गई है।
इस बार मंदिर एवं मंदिर परिसर में विशेष विद्युत सजावट की व्यवस्था है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेला, झूला, खेला एवं आकर्षक मीना बाजार लगाया जाएगा जिसमें भाग लेने वाले बाल बच्चे नर नारी, युवकयुवती सभी आनंद उठा पाएंगे।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महासदाशिव मंदिर संचालन के अधिकारी एवं सदस्यगण दिनरात काम कर रहे हैं। कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा के लिए दिनांक 16 फरवरी 25 को एक बैठक बुलाई गई है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया