झारखंड के गुमला जिले के भरनो प्रखंड स्थित तेतरटोली, बूढ़ीपाठ गांव में मंगलवार को सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ का भव्य शुभारंभ हुआ। इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत कलश यात्रा से हुई, जिसमें 51 महिलाओं और कन्याओं ने भाग लिया। कथा का आयोजन संतों और श्रद्धालुओं की उपस्थिति में विधिपूर्वक किया गया।
गुमला ज़िले के भरनो प्रखंड के तेतरटोली (बूढ़ीपाठ गांव) में अध्यात्म और भक्ति का माहौल उस समय सजीव हो उठा जब मंगलवार को सप्ताह भर चलने वाली श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। कथा की शुरुआत पारंपरिक कलश यात्रा से हुई, जिसमें 51 श्रद्धालु महिलाएं और कन्याएं कलश में जल भरकर बूढ़ीपाठ नदी से कथा स्थल तक पदयात्रा करती हुई पहुंचीं।
यह आयोजन धार्मिक परंपरा और श्रद्धा का अद्भुत संगम था, जिसमें कांशी विश्वनाथ के कमल दास जी महाराज, आचार्य रामनारायण जी महाराज और आचार्य शिवम दास जी जैसे प्रतिष्ठित संतों ने श्रीमद्भागवत पाठ का नेतृत्व किया। कथा स्थल पर आध्यात्मिक शांति और भक्ति भाव की अनुभूति हर श्रद्धालु के चेहरे पर स्पष्ट झलक रही थी।
इस मौके पर अनेक श्रद्धालु और समाजसेवी भी उपस्थित रहे, जिनमें नारायण दास, नारायण दास गोस्वामी, परितोष शाही, हरिशंकर शाही, चुन्नी लाल गोप, राजेश केशरी, बबलू शाही, पीके सिंह, वीरेंद्र सिंह और बालेश्वर गोप शामिल थे। पूरे क्षेत्र में कथा को लेकर विशेष उत्साह देखा गया और ग्रामीणों ने मिलकर आयोजन को सफल बनाने में सहभागिता दिखाई।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया