घाघरा प्रखंड में पीरामल फाउंडेशन व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से हुआ आयोजन
गुमला, 5 जून — फाइलेरिया से पीड़ित लोगों की जीवन गुणवत्ता सुधारने की दिशा में गुमला जिला प्रशासन ने एक सराहनीय कदम उठाया है। घाघरा प्रखंड की सारंगों पंचायत में बुधवार को फाइलेरिया मरीजों के बीच विशेष देखभाल किट का वितरण किया गया। यह कार्यक्रम आयुष्मान आरोग्य मंदिर परिसर में पंचायत प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य विभाग और पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त गुमला के निर्देश पर की गई थी, जिसमें फाइलेरिया से जूझ रहे मरीजों को स्वच्छता संबंधी आवश्यक वस्तुएं व जानकारी उपलब्ध कराने का उद्देश्य रखा गया था। वितरित किट में साबुन, एंटीसेप्टिक, साफ करने वाले कपड़े और अन्य घरेलू देखभाल सामग्री शामिल थी, जो रोग के लक्षणों को नियंत्रित करने और संक्रमण से बचाव में मददगार होंगी।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पीरामल फाउंडेशन की तकनीकी टीम और वालंटियर्स ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल समन्वय किया बल्कि मरीजों से संवाद कर उन्हें किट के उपयोग और स्वच्छता से जुड़ी सावधानियों की जानकारी भी दी।
पंचायत मुखिया राजेश बराईक ने लाभार्थियों को स्थानीय भाषा में समझाया कि कैसे नियमित स्वच्छता और उचित देखभाल से इस रोग के प्रभाव को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राथमिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता संजय लोहार, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी आवांजलिन कुजुर, एएनएम निभा टोप्पो और कौशल्या कुमारी के साथ-साथ सहिया बहनों पुष्पा देवी, सुनीता देवी और जगमनी देवी ने भी कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता दिखाई।
इस पहल को गुमला प्रशासन की एक मानवीय सोच और रोग नियंत्रण की दिशा में जिम्मेदार प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया