- रांची : खनिज संपदा के लिए देश-दुनिया में झारखंड की अलग पहचान है. साथ ही हमें यह मालूम होना चाहिए कि खनिज संपदा के साथ-साथ यह धरती वीरों की भी धरती रही है. भगवान बिरसा मुंडा हों या सिदो-कान्हू हों. कई वीर सपूतों के बारे में आप किताबों-कहानियों उपन्यासों में पढ़ा होगा. आज सिर्फ झारखंड स्थापना दिवस नहीं धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी है. हमारे पूर्वजों ने सदियों ने अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी. झारखंड राज्य स्थापना दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में मंगलवार को आयोजित मुख्य कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस मौके पर सीएम ने 82.85 लाख लोगों के बीच 2 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिमोट कंट्रोल का बटन दबाकर कई योजनाओं की शुरुआत की. इस योजना के तहत 4 फीसदी ब्याज दर पर 15 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण मिलेगा. सरकार बनेगी गारंटर. लोन वापसी की प्रक्रिया शिक्षा पूरी होने के एक साल बाद शुरू होगी. इस मौके पर सीएम ने सरकार के तीन साल की उपलब्धियां गिनाईं और कई योजनाओं की जानकारी दी.
5 साल में हर खेत में पानी पहुंचा देगी सरकार
मुख्यमंत्री ने विशाल जनसमूह के बीच कहा कि हम 10 साल में ऐसी ग्रामीण अर्थव्यवस्था बनायेंगे कि गांव का हर व्यक्ति अपना राशन कार्ड फाड़कर फेंक देगा. सुखाड़ राहत के लिए ढाई सौ प्रखंडों को चिह्नित किया है. स्थापना दिवस समारोह खत्म होने के बाद फिर से शिविर लगाये जाएंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना के लिए एक पोर्टल लांच किया. लोग इस वेबसाइट पर आवेदन करेंगे और 226 योग्य लाभुकों को 3500 रुपये अग्रिम दिये जायेंगे. 20 सालों तक झारखंड के किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाया. हमने बड़े पैमाने पर योजना बनायी है. काम भी शुरू कर दिया है. अगले 5 साल में इस राज्य की हर खेत में पानी पहुंचा देगी सरकार.
प्राइवेट स्कूल से भी बढ़िया स्कूल बनेंगे
हेमंत सोरेन ने कहा कि आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार योजना के तहत 45 लाख लोगों ने 54 लाख आवेदन दिये थे. इनमें से 37 लाख आवेदन का शिविर में ही निष्पादित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि भगवान भरोसे 20-21 साल तक राज्य को छोड़ दिया था. आपका आशीर्वाद रहा, तो आनेवाले समय में राज्य भगवान के भरोसे नहीं, अपने भरोसे और ताकत पर खड़ा होगा. कहा कि गरीबों के बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूल से भी बढ़िया स्कूल बनायेंगे. वहां बेहतरीन शिक्षा मिलेगी. उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था मजबूत नहीं होने की वजह से राज्य के लोगों को छला जाता है. इसलिए सरकार बच्चियों के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना लायी है. 9 लाख बच्चियों को इससे जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इनमें से 4-5 लाख बच्चियों को जोड़ा जा चुका है. बच्चियां जब 18 साल की होंगी, तो उन्हें एकमुश्त 40 हजार रुपये मिलेंगे.
सरकार आपके लिए बैंक भी बन रहा है और गारंटर भी
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य से गरीबी को धक्का मारकर बाहर निकालने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर बल दिया है. आज अधिकारी पंचायतों में, गांवों में जाकर लोगों की समस्या को हल कर रहे हैं. 20 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ. पदाधिकारियों का प्रमोशन हो रहा है. लगातार नियुक्तियां हो रही हैं. 20 सालों में जेपीएससी में क्या-क्या खेल हुए सबने देखा है. आज हमने 1000 बच्चों को नियुक्ति पत्र दिया है जेपीएससी के माध्यम से. इसके पहले 250 बच्चों को नियुक्ति पत्र दिया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस राज्य में जो गरीबी है, पिछड़ापन है, ये गरीबों के लिए सबसे बड़ा अभिशाप होता है. बैंक से लोगों को लोन नहीं मिलता, क्योंकि राज्य में सीएनटी-एसपीटी की जमीन है. यहां के आदिवासियों को कोई लोन नहीं देता. इसलिए सरकार आपके लिए बैंक भी बन रहा है और गारंटर भी. आपके दरवाजे पर आकर आपको अनुदान के साथ ऋण मुहैया करा रहा है.
राज्य में कई मॉडल स्कूल बने
उन्होंने कहा कि झारखंड में सबसे ज्यादा आदिवासी, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक समाज रहता है. यह वर्ग सदियों से शोषित होता रहा है. अलग-अलग कालखंड में हमारे पूर्वजों ने सघर्ष किया. अंतत: दिशोम गुरु के नेतृत्व में हमने अलग राज्य हासिल किया. राज्य के गठन को 22 साल हो गये. इस काल में कई सरकारें आयीं और गयीं. लेकिन, इस राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यकों की समस्या जैसी की तैसी बनी रही. यूपीए की सरकार बनी, तो तमाम समस्याओं के समाधान की पहल शुरू की. उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयास से स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति हुई. राज्य में मॉडल स्कूल बने. रोजगार नीति में 75 फीसदी स्थानीय लोगों को रोजगार देने की व्यवस्था की. झारखंड के युवाओं को रोजगार देने के लिए हमारी सरकार ने नीति बनायी. इस अवसर पर दिशोम गुरु शिबू सोरेन, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय सहित राज्य के कई मंत्री और विधायक भी मौजूद थे.