डकरा, 30 दिसम्बर : विस्थापित प्रभावित एकता मंच का धरना प्रदर्शन 38 वां दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को समस्त विथापित प्रभावित ग्रामीणों की बैठक की गई। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि जो सात सूत्री मांगें हैं उस पर सीसीएल प्रबंधन की जिम्मेवारी बनती है सीसीएल प्रबंधन सिर्फ छलावा करके अपना काम निकालना चाहती है। जेहली टांड़ के घरों के नजदीक खदान का आना प्रबंधन की अनदेखी ही कही जाएगी जिससे यहाँ के ग्रामीण डरे सहमे हुए हैं। प्रबंधन अपना उल्लू सीधा करने में लगा हुआ है जबकि डेंजर जोन में रह रहे ग्रामीणों को जान माल जाने का डर सता रहा है। इधर खदान में ब्लास्टिंग करने से अप्रिय घटना का अंदेशा जताया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि प्रबंधन किसी अनहोनी के इंतजार में है तभी हमारी मांगों पर विचार किया जायेगा। मंच के ओर से प्रबंधन को फिर से आगाह किया गया है कि सात सूत्री मांगों को पूरा करने एवं डेंजर जोन के घरों को अन्यंत्र विस्थापित करने के बाद ही ब्लास्टिंग शुरू करे, मंच अपनी मांगों पर अडिग है अन्यथा आंदोलन और भी बृहद रूप ले लेगा। इस दौरान पूर्व मुखिया निर्मला उरांव,शिबू महली,सुरेश साव,सिकंदर अंसारी,साबिर अंसारी,इसराइल अंसारी,शाहिद अंसारी,सोनू प्रजापति,संतोष रजक,अनिल प्रसाद,हरि प्रजापति,आजाद खान,सज्जाद अंसारी,नसीम अख्तर,हसन अंसारी एवं समस्त ग्रामीण उपस्थित थे।