खलारी/डकरा, 03 जनवरी : एसटी एससी ओबीसी एकता मंच ने अंबेडकर पार्क डकरा में मंगलवार को सावित्रीबाई फुले एवं जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर भारत के प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले एवं मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के जीवनी पर प्रकाश डाला गया, साथ ही उनके विचारों को रखा गया। वक्तावों ने कहा कि नारी मुक्ति आंदोलन की प्रणेता भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले ने 1848 में महिलाओं को शिक्षित करने के साथ बहुजन समाज के बेटियों और महिलाओं को शिक्षा देने का काम किया। साथ ही महान समाज सेविका ने महिलाओं को सम्मान के साथ जीने एवं लड़कियों को हक अधिकार पढ़ाई लिखाई के प्रति जागरूक किया। वहीं मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के बारे में कहा कि 1946 में वे संविधान सभा के सदस्य के रूप में आदिवासियों के हितों की रक्षा में मुखर होकर बोले थे। जयपाल सिंह मुंडा भारतीय आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के एक सर्वोच्च नेता थे। वर्ष 1925 में ऑक्सफोर्ड फोर्ड ब्लू का खिताब पाने वाले हॉकी के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। उनकी कप्तानी में 1928 के ओलंपिक में भारत ने पहला स्वर्ण पदक प्राप्त कर पूरे देश में अपना नाम रोशन किया है। इसलिए हमें और हम सभी लोगों को उनके बताए हुए रास्ते पर चलने की जरूरत है। इस दौरान कन्हाई पासी, देवंती देवी, मधुबाला देवी, इंदिरा देवी, भीम गंझू, सिया पति देवी, गीतांजलि कुमारी, नरेश कुमार, अमरलाल सतनामी, मास्टर धनेश, अनुज कुमार, सूरज कुमार, अनिता एक्का, खेमलाल तुरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।