खलारी, 12 जनवरी : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में राष्ट्रीय युवा दिवस के पावन अवसर पर पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि विद्यालय सचिव लोकनाथ राणा, समाजसेवी रघुवंश नारायण सिंह, अवधेश सिंह प्रधानाचार्य गोपाल मिस्त्री विश्वकर्मा, पूर्व छात्रों में आशुतोष सिंह, राजू सिंह, कौशलेंद्र, जयंतो के हाथों दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अतिथियों एवं पूर्व छात्र-छात्राओं का परिचय आचार्य बिद्यानंद झा ने कराते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म, वेदों तथा भारतीय ज्ञान शास्त्र को विश्व में काफी ख्याति दिलायी। स्वामी जी कहते थे कि ‘उठो और जागो और तब तक रुको नहीं, जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।’ उनका मानना था कि जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी। अतिथि महोदय ने कहा कि स्वामी का वक्तव्य था कि “मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनों। आपने जिस सौहार्द और स्नेह के साथ हम लोगों का स्वागत किया है उसके प्रति आभार प्रकट करने के निमित्त खड़े होते समय मेरा हृदय अवर्णनीय हर्ष से पूर्ण हो रहा है। संसार में संन्यासियों की सबसे प्राचीन परंपरा की ओर से मैं आपको धन्यवाद देता हूं।” कार्यक्रम में सत्र 2000 से लेकर 2022 तक के कुल 158 पूर्व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही जो अपने परिचय को देते हुए अपने अनुभव कथनों को साझा करते हुए वर्तमान छात्र-छात्राओं को प्रेरणा देने का कार्य किया। वर्तमान एवं पूर्व छात्र-छात्राओं के द्वारा भाषण, नाटक, रंगमंचीय सांस्कृतिक की भव्य प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में पूर्व छात्र-छात्राओं में ब्रजेश, भावेश, विवेक, अमित, नमिता, अनुराग, संतोष, पवन, राहुल, सौरव, अब्दुल, अजीत, रंजीत, नेहा, प्रिंसि, ज्येंद्र हिमांशु, सुशांत, ऋतु, नीतू, खुशी, आशीष, विश्वजीत, साक्षी, दीपक, अविनाश, यशपाल, क्षिप्रा आनंद आदि के साथ विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल थे।