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Tuesday, December 3, 2024
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सरना धर्मकोड लागू करने व सम्मेद शिखर को मुक्त करने की मांग लेकर आदिवासी सेंगल अभियान के तहत सैकड़ों लोंगो ने पारसनाथ रेलवे ट्रेक जाम किया

गिरिडीह:  (कमलनयन) सरना धर्मकोड को मान्यता देने एंव पारसनाथ सम्मेद शिखर को आदिवासी समाज को सौंपे जाने की मांग को लेकर शनिवार को आदिवासी सेंगल अभियान के तहत सैकड़ों लोंगो ने पारसनाथ रेलवे ट्रेक जाम कऱ धरना दिया। आंदोलन को देखते डुमरी की एसडीएम प्रेमलता मूर्मू, एसडीपीओ मनोज कुमार, नौशाद आलम, निमियाघाट थाना प्रभारी, जीआरपी समेत सीआरपीएफ के अधिकारियों ने आंदोलनकारियों से वार्ता कर आश्वासन दिया कि जो भी मांगें हैं, उनकी तरफ से उसे केंद्र और राज्य सरकार को पहुंचाया जाएगा।  तब जाकर समर्थकों का हुजूम पारसनाथ स्टेशन में रेलवे ट्रैक जामकर्ताओं ने मुक्त किया। बताया गया कि उसी वक्त कई एक्सप्रेस, सुपरफास्ट और पैसेंजर ट्रेनों के स्टेशन से गुजरने का वक्त था। लेकिन डुमरी प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए जाम हटवाया।

प्रकृति के उपासकों के इष्टदेव मरांग बुरु हैं

इस बीच आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आदिवासी नेता आनंद टुडू ने कहा कि शनिवार को पूर्व घोषित अभियान के तहत देश के 5 राज्यों में आदिवासी समुदाय अलग-अलग मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन, रोड जाम और रेल यातायात जाम करने का कार्यक्रम तय किया है. झारखंड, बिहार, बंगाल, उड़ीसा, असम के साथ नेपाल, भूटान और बांग्लादेश में भी आदिवासी सशक्तीकरण के लिए आदिवासी सेंगल अभियान कार्यरत है। कहा कि देश के आदिवासी प्राकृतिक पूजक हैं और  2023 में हर हाल में सरना धर्म कोड लेना है। कहा कि आदिवासी का धर्म सरना है। सरकार सरना धर्म कोड को मान्यता दे और पारसनाथ सम्मेद शिखर को जैन समाज से मुक्त कराते हुए आदिवासी समुदाय को सौंपे। आंदोलनकारियों ने कहा कि प्रकृति के उपासकों का पारसनाथ पहाड़ इष्टदेव मरांग बुरु है।

ये लोग थे शामिल

जाम के दौरान आंदोलकारी नेताओं ने हेमंत सोरेन सरकार पर भी प्रहार करते हुए कहा कि पूरा झारखंड प्रदेश अबुआ दिसोम अबुआ राज है और आदिवासियों का गढ़ है। इसके बाद भी पूरा राज्य झूठ भ्रष्टाचार का अड्डा बना है। ट्रेन रोको आंदोलन में आदिवासी सेंगेल अभियान के बोकारो जोन के जोनल संयोजक आनंद टूडू, झारखंड प्रदेश संयोजक करमचंद हांसदा, मांझी परगना, मडवा अध्यक्ष झारखंड प्रदेश चंद्रमोहन मरांडी, डुमरी प्रखंड के मुख्य संयोजक अनिल हांसदा, डुमरी प्रखंड अध्यक्ष मोतीलाल मुर्मू,  डुमरी प्रखंड संयोजक सुमित्रा सोरेन्ज़ सरना धर्म मड़वा अध्यक्ष बृजेश और महिला मोर्चा अध्यक्ष चकरी पंचायत कौशल्या टुडू, नावाडीह प्रखंड कोऑर्डिनेटर जागेश्वर मुर्मू, नावाडीह प्रखंड संयोजक गणेश मरांडी, नावाडीह प्रखंड युवा छात्र मोर्चा अध्यक्ष हरि नारायण मुर्मू, सहित सैकडों की संख्या में आदिवासी समाज के महिला-पुरुष उपस्थित थे।

मुस्तैद रहा पुलिस-प्रशासन

इधर रेल चक्का जाम आंदोलन के मद्देनजर डुमरी एसडीएम प्रेमलता मुर्मू, कार्यपालक दंडाधिकारी विकास आनन्द, बीडीओ सोमनाथ बंकिरा, डुमरी थाना प्रभारी पवन कुमार, निमियाघाट थाना प्रभारी साधन कुमार, मधुबन थाना प्रभारी समेत सदल बल के साथ स्थिति पर नजर रखते हुए मुस्तैद थे।

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