दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन को लेकर लेकर कांग्रेस की तैयारियां जोरों पर है। उपसमिति की दिल्ली में हुई बैठक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 85वां अधिवेशन छत्तीसगढ़ में होना सुनिश्चित है। इस अधिवेशन को कांग्रेस सभी सामाजिक-राजनीतिक एवं लोक कल्याण के विषयों पर देश भर के नेताओं से प्रस्ताव मंगाकर ड्राफ्ट तैयार कर रही है। दिल्ली में हुए सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण उप समिति के बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के महासचिव मुकुल वासनिक ने की।
बंंधु का पांचवी व छठी अनुसूची के अनुपालन पर जोर
बैठक में झारखंड के पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने पांचवी एवं छठी अनुसूची का अनुपालन, वनाधिकार अधिनियम का गंभीरता से अनुपालन, ट्राइबल सब प्लान की राशि को आदिवासी हितों के लिए खर्च करने, आदिवासी रेजिमेंट का गठन, जनजातीय धार्मिक कोड, जातिगत आधार पर जनगणना, एससी-एसटी के बैकलॉग वेकैंसी को पूर्ण करना, प्रोमोशन की पॉलिसी का सही से अनुपालन, डीएमएफटी फंड का सही से इस्तेमाल, वन उत्पादकता, पलायन, बेरोजगारी, झारखंड के आदिवासी जो असम में हैं उन्हें आदिवासी का दर्जा आदि विषयों एवं पहलुओं पर अपना विचार रखा और बैठक में प्रस्ताव लाया.
प्रस्तावों पर कांग्रेस का एक मसौदा तैयार होगा
इस दौरान बंधु तिर्की के द्वारा लाये गए प्रस्तावों पर गंभीरता से चर्चा हुई। इस दौरान अन्य सदस्यों ने भी अपने-अपने विचार रखे। सभी के महत्वपूर्ण विचारों पर चर्चा हुई। इन प्रस्तावों पर कांग्रेस का एक मसौदा तैयार होगा। जिसे कांग्रेस के छत्तीसगढ़ अधिवेशन के सत्र में लाया जाएगा। देश भर के नेताओं से आए प्रस्ताव पर सहमति के बाद आने वाले चुनावों में कांग्रेस इन बिंदुओं को अपने मेनिफेस्टो में शामिल करेगी। कांग्रेस सामाजिक न्याय के पहलू पर काफी गंभीरता से इस अधिवेशन में प्रस्ताव लाकर देश को समानता एवं अधिकार के बिंदु पर संदेश देगी। इस दौरान पूर्व सांसद उदित राज, आल इंडिया महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव नेटा डिसूजा, केरल के मवेलीकारा से सांसद कोड़ीकुन्निल सुरेश, कैप्टन अजय सिंह यादव, के राजू, राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी, पूर्व मंत्री शिवाजी राव मोगे सम्मिलित हुए।