पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार जी, आप देवेगौड़ा या इंदर कुमार गुजराल (पूर्व पीएम) जैसा बनना चाहते हैं? तो उसमें पांच-छह महीने से ज्यादा मामला नहीं चलता है। बीजेपी सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार हो या चाहे कोई और, देश बहुत बदल चुका है। देश नरेंद्र मोदी की अगुवाई में विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की अपील की थी। बीजेपी को लेकर दिए गए बयान पर अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया है। रविशंकर प्रसाद ने तंज करते हुए कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी में कोहराम मचा हुआ है। वो बिहार नहीं संभाल पा रहे हैं और देश को संभालने की बात करते हैं।
नीतीश के बयान पर भाजपा तिलमिलाई
दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि कांग्रेस को राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से बने माहौल का लाभ उठाते हुए बीजेपी विरोधी दलों को एकजुट कर गठबंधन बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन जल्द हो जाना चाहिए, ताकि लोकसभा में 2024 के आम चुनाव में बीजेपी को 100 से भी नीचे सीटों पर समेटा जा सके। इसके बाद बीजेपी तिलमिला गई है. श्री प्रसाद ने कहा कि ‘क्या हो गया है नीतीश बाबू को। बिहार तो संभलता नहीं, राज्य संकट में है। आपकी पार्टी में भगदड़ मची हुई है। और चले हैं देश को जोड़ने के लिए। कांग्रेस पार्टी उन्हें कोई लिफ्ट नहीं दे रही है।’ उन्होंने कहा कि चाहे वो नीतीश कुमार हो या कोई और हो, एक बात समझ में नहीं आती है। आज नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत दुनिया की बड़ी ताकत बना है। भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
पीएम बनने की मेरी महत्वाकांक्षा नहीं: नीतीश
बता दें, भाकपा माले की ओर से ‘संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ’ शीर्षक से आयोजित अखिल भारतीय सम्मेलन में नीतीश कुमार शामिल हुए थे। इस सम्मेलन में नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले साल एनडीए से उनके अलग होने के बाद से बीजेपी के राज्य में विस्तार के प्रयासों में कमी आई है। लेकिन हमें ऐसी ही उपलब्धि राष्ट्रीय स्तर पर भी हासिल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि उनकी खुद की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनाव बीजेपी से मुक्ति का एक अवसर होगा। इसके लिए विपक्षी एकता जरूरी है। हम सिर्फ यही चाहते हैं कि बीजेपी के खिलाफ सभी एकजुट हो जाएं तो ये लोग 100 सीटों से नीचे सिमट जाएंगे।