रांची : पावर ब्रोकर विशाल चौधरी और पूर्व गृह सचिव राजीव अरुण एक्का के कनेक्शन का मामला अभी थमा नहीं है. कुछ दिन पूर्व भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मिलकर राजीव अरुण एक्का के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुका है. इस बीच फिर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर पूर्व गृह सचिव पर कार्रवाई का आग्रह किया है। इस पत्र के साथ उन्होंने कई अहम दस्तावेज भी सौंपे हैं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि जहां तक मुझे जानकारी है कि इस काम के लिये अभियंता द्वारा सीधे गृह सचिव को पत्र लिखना और फिर गृह सचिव का इस विषय पर सीधे आदेश देना, दोनों ही काम नियम विरूद्ध है। पत्र में उन्होंने पुलिस भवन निर्माण निगम की अनियमितता का भी आरोप लगाया है।
सुरेश को मुख्य अभियंता का प्रभार कैसे सौंपा गया
बाबूलाल मरांडी ने पत्र में आरोप लगाया है राजीव अरुण एक्का, विशाल चौधरी और अभियंता सुरेश ठाकुर ने मिलकर घोटाला किया है। पूर्व गृह सचिव की वजह से यह पुलिस भवन निर्माण निगम में भी बिचौलिया की भूमिका निभाते रहे हैं. निगम के कार्यरत कार्यपालक अभियंता सुरेश ठाकुर की सेवानिवृत्ति के बाद बिना विज्ञापन निकाले निगम ने अनुबंध पर उन्हें दोबारा पद पर रख लिया। अधीक्षण अभियंता के रहते हुए भी कार्यपालक अभियंता सुरेश ठाकुर को मुख्य अभियंता का प्रभार सौंप दिया गया। ऐसी कार्यशैली पर उंगली उठना लाजिमी है.
आईएएस को पदमुक्त कर जांच हो
पत्र में बाबूलाल मरांडी ने इस बात का भी जिक्र किया है कि अगर राजीव अरुण एक्का के खिलाफ जांच होगी तो ऐसे कई मामलों का खुलासा होगा। उनके खिलाफ जांच होने से ही उनकी कारस्तानियों का पता चल पाएगा. उन्होंने कहा कि विशाल चौधरी की कम्पनी रोलेक्स सोलुशन को ग़लत तरीक़े एवं फर्जी कागजातों के आधार पर सुरेश ठाकुर ने भवन निर्माण निगम में कई काम दिया जाता रहा। उन्होंने कहा कि राजीव अरुण एक्का को पद से हटाकर एफआईआर दर्ज किया जाए.