खलारी, 16 जून : ह्यूमन राइट्स इक्वालिटी फाउंडेशन टीम के लापता हेल्प डेस्क डकरा खलारी के द्वारा डकरा सेंट्रल हॉस्पिटल से लावारिस महिला को एम्बुलेंस के माध्यम से बिजुपाडा के माहेर आश्रम में संरक्षित कराया गया। इस संबंध में संस्था के मुन्नु शर्मा ने बताया कि 9 जून को यह महिला लावारिस स्थिति में केडीएच सरना क्लब के पास मिली थी। जहां से स्थनीय मुखिया ललिता देवी के द्वारा इसकी सूचना खलारी पुलिस को दी गई। खलारी थाना प्रभारी फरीद आलम के तत्काल पहल पर महिला को डकरा हॉस्पिटल में रखा गया था। महिला जख्मी और कमजोर हालात में मिली थी। जिसके बाद महिला का सेंट्रल हॉस्पिटल डकरा में बेहतर उपचार शुरू किया गया। वहीं इस संदर्भ में ह्यूमन राइट्स इक्वालिटी फाउंडेशन के लापता हेल्प डेस्क टीम खलारी को जानकारी दी गई। टीम के पंकज प्रसाद ने महिला की पहचान करते हुए बताया कि यह महिला पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाक्षपुर की रहने वाली है। मानसिक स्थिति कमजोर होने के कारण यह भटक कर राँची के चान्हो थाना क्षेत्र में आ गई थी। जिसके बाद पुलिस द्वारा एक साल पूर्व महिला को माहेर आश्रम में रख कर देख भाल और इलाज किया जा रहा था। इसी बीच लापता हेल्प डेस्क के मुन्नु शर्मा के द्वारा महिला का घर का पता लगा कर परिवार वालो को सूचना दी गयी थी। महिला का नाम वन्दना विश्वास है, महिला के घर वालों ने आने में बहुत देर किया जिस कारण यह भटक कर आश्रम से खलारी पहुँच गई। संयोगवश महिला को खलारी पुलिस का साथ मिला और लापता हेल्प डेस्क टीम के द्वारा महिला की पहचान करते हुए। षुक्रवार को डकरा हॉस्पिटल के सहयोग से महिला को फिर से बिजुपाडा स्थित माहेर आश्रम में पुर्नवासित किया गया। मालूम हो कि इसके पूर्व भी 1 दिसम्बर 2022 को डकरा मुख्य बाजार में अर्धनग्न स्थिति में कई दिनों से भटक रही महिला को इसी संस्था के द्वारा खलारी पुलिस की मदद से डकरा हॉस्पिटल के एम्बुलेंस द्वारा माहेर आश्रम में संरक्षित कराया गया था। इस कार्य मे मुख्य रूप से डॉ.बी.ड़ी चैधरी, डॉ.एम मार्की, थाना प्रभारी फरीद अलाम, लापता हेल्प डेस्क के मुन्नू शर्मा, पंकज प्रसाद, सोनू चैहान, अनुज चैहान, सुखराम शेठ, शिक्षक जितेंद्र चैहान, अविनाश सिंह सहित समस्त डकरा सेंट्रल हॉस्पिटल के मेडिकल नर्सिंग स्टाफ की टीम का सहयोग रहा।