नई दिल्ली: नाबालिग पहलवान को आखिर क्यों बदलना पड़ा अपना बयान, इसका खुलासा ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने शनिवार को ही किया था. एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, क्योंकि उसके परिवार को धमकी दी गई थी. कहा गया कि जिस दिल्ली पुलिस ने 15 जून को सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में एक निचली अदालत के समक्ष आरोप-पत्र दायर किया था, लेकिन नाबालिग पहलवान की शिकायत पर क्लोजर रिपोर्ट लगा दी थी, जिसमें सांसद के खिलाफ पॉक्सो के तहत दर्ज मामले को रद्द करने की सिफारिश की गई थी.
‘ताकतवर आदमी के खिलाफ आवाज उठाना आसान नहीं’
रिपोर्ट में कहा गया है कि मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान, जो एक पहलवान भी हैं, ने एक वीडिया संदेश ट्वीट किया और सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करने में शुरुआती देरी के बारे में बात की. मलिक ने कहा कि हमारे इतने दिनों तक चुप रहने का कारण शुरुआत में हमारे बीच एकता की कमी थी और दूसरा कारण आप समझ सकते हैं कि नाबालिग पहलवान ने अपना बयान (मजिस्ट्रेट के सामने) दिया और कई दिनों बाद उसने अपना बयान बदल दिया, क्योंकि उसके परिवार को धमकी दी गई थी. इसलिए हम अलग-अलग आवाज उठा भी कैसे सकते थे?’ मलिक ने वीडियो में कहा कि कुश्ती में आनेवाले सभी खिलाड़ी बहुत ही गरीब परिवार से होते हैं. उनमें हिम्मत नहीं होती कि वो इतनी बड़ी व्यवस्था और इतने ताकतवर आदमी के खिलाफ आवाज उठा सकें.