गिरिडीह : गिरिडीह के झंडा मैदान में रविवार को झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष दिलचंद महतो ने की और संचालन मुख्तार अंसारी ने किया। बैठक का मुख्य उद्देश्य गिरिडीह जिले में 225 सहायक अध्यापकों की बर्खास्तगी का पत्र एवं 95 सहायक अध्यापकों को अंडरऐज के नाम पर प्रताड़ित करने के विरोध में आयोजन किया. जिला महासचिव जमालउद्दीन अंसारी ने गिरिडीह के 225 सहायक अध्यापक जो लगातार 20 वर्षों से सेवा दे रहे हैं, उनके प्रमाण पत्र का सत्यापन विभाग ने कई बार करने के बावजूद इनके प्रमाण पत्रों की संस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा है, यह घोर निंदनीय है. वहीं गिरिडीह के 95 सहायक अध्यापकों के चयन के समय उम्रसीमा कम रहने के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है. यह गिरिडीह जिला के शिक्षा अधीक्षक का सहायक अध्यापकों को प्रताड़ित करना हिटलरशाही का प्रतीक है। झारखंड राज्य सहायक अध्यापक संघ इसकी घोर निंदा और विरोध करता है. गिरिडीह के शिक्षा अधीक्षक जल्द से जल्द बर्खास्तगी का पत्र वापस ले नहीं तो, गिरिडीह के सहायक अध्यापक सड़क से सदन तक उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे और इसकी सारी जवाबदेही गिरिडीह जिला शिक्षा अधीक्षक एवं गिरिडीह जिला के एडीपीओ होंगे.
सहायक अध्यापकों को नौकरी से हटाने का षड़यंत्र बर्दाश्त नहीं
इस बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रधान सचिव सुमन कुमार ने ने कहा कि किसी भी किसी भी सूरत में 225 अध्यापकों की बर्खास्तगी स्वीकार नहीं की जा सकती है. अंडर ऐज के मामले में भी 93 सहायक अध्यापकों की संख्या जिला परियोजना रांची द्वारा सहायक अध्यापकों को नौकरी से हटाने का षड़यंत्र है, जिसे कतई कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। प्रदेश अध्यक्ष सिद्दकी शेख ने संगठन की मजबूती पर सभी को सजग किया। महासचिव विकास चौधरी ने सहायक अध्यापकों के खिलाफ रचे गये सभी षडयंत्र के खिलाफ पुरजोर विरोध करने का ऐलान किया. बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीक, प्रदेश महासचिव विकास कुमार चौधरी तथा प्रदेश प्रधान सचिव सुमन कुमार उपस्थित रहे।
कई शिक्षक थे मौजूद
बैठक में गिरिडीह प्रखंड अध्यक्ष इमामुद्दीन अली, गीता राज, रानडे, प्रखंड अध्यक्ष जितेंद्र मंडल, सीता प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद सिंह, राजेश सिन्हा, अनीता देवी, नौशाबा परवीन, दिनेश्वरी देवी, राजेंद्र महतो, विकास कुमार, सुजीत कुमार, अनवर हुसैन, तिलकधारी राय, मोहम्मद मंसूर, आलम मोहम्मद, उपेंद्र कुमार विश्वकर्मा, विभूति प्रसाद सिंह, राजू यादव, चंदन कुमार, अजय कुमार, महेंद्र कुमार दास, राजेश कुमार, अनिता कुमारी, लखन सिंह, दुलारी रजिया खातून सहित सैकड़ों सहायक अध्यापक उपस्थित थे।