कई दशकों के लम्बे इंतजार के बाद गिरिडीह को मिली राजधानी के लिए रेल….ये पीएम मोदी के समावेशी विकास का प्रतिफल : अन्नपूर्णा देवी
मौके पर सांसद चन्द्रप्रकाश चौधरी, गांडेय के विधायक डा. सरफराज अहमद, सुदिव्य कुमार सोनू, केदार हाजरा, डीआरएम के के सिन्हा मौजूद थे. लोगों ने समय सारिणी में बदलाव में मांग उठायी, मंत्री ने रेेेेेेलमंत्री से बात करने की बात कही.
गिरिडीह (कमलनयन) : कोयला, अबरख और स्टील उद्योग के लिए देश के मानचित्र में विख्यात झारखंड के गिरिडीह जिलेवासियों को कई दशकों के लम्बे इंतजार के बाद गिरिडीह से राज्य की राजधानी रांची के लिए सीधी रेल (ट्रेन नं.03309) सुविधा मिल गई है. मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, सांसद चन्द्रप्रकाश चौधरी, डीआरएम के के सिन्हा, गांडेय के विधायक डा. सरफराज अहमद, सुदिव्य कुमार सोनू, केदार हाजरा सहित अन्य ने न्यू गिरिडीह रेलवे स्टेशन से गिरिडीह-रांची इन्टरसिटी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखायी और प्लेटफार्म से ट्रेन पटरी पर सरकने लगी तो, यह एतिहासिक दिन जीवंत हो उठा. इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी।
ट्रेन का दस स्थानों पर होगा ठहराव
बताया गया झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाने के मकसद से रेल मंत्रालय ने झारखंड में पहली बार रेलवे ने पारदर्शी विस्टाडोम कोच जोड़ कर इस ऐतिहासिक दिन को चार चांद लगा दिया. ट्रेन का गिरिडीह से रांची तक के सफर में फिलहाल दस स्थानों पर ठहराव होगा। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 152 सालों के बाद यह पहला ऐतिहासिक मौका है कि जिले के लोगों को रांची के लिए सीधी रेल सेवा सुविधा प्राप्त हुई है।
मंत्री ने पीएम व रेल मंत्री के प्रति आभार जताया
केन्द्रीय मंत्री ने इसका श्रेय केन्द्र की एनडीए सरकार को देते हुए कहा कि यह पीएम मोदी के समावेशी विकास और रेलमंत्री के प्रयासों का प्रतिफल है। इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी और रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया. हालांकि उन्होंने कहा कि ट्रेन की समय सारणी में बदलाव की लोगों ने मांग की है. इसपर आगे मंत्रालय में बात की जायेगी।
भाजपा-झामुमो के प्रतिनिधि एक मंच पर दिखे
यह भी शायद एक ऐतिहासिक तथ्य बना कि भाजपा-झामुमो के कई प्रतिनिधि एक साथ एक मंच पर दिखे. न्यू गिरिडीह स्टेशन में पहली बार हुए इस महती कार्यक्रम को डीआरएम सहित सांसद-विधायकों ने भी संबोधित किया। मौके पर जिला सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, भाजपा नेता महादेव दुबे, संदीप डगैंच, पूनम प्रकाश, गिरिडीह चैम्बर के प्रदीप अग्रवाल, निर्मल झुनझुनवाला सहित काफी संख्या में विशिष्ट लोग भी मौजूद थे। जिला प्रशासन की ओर से एसडीओ विशालदीप खलखो, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, बेंगाबाद की बीडीओ सहित कई अधिकारियों ने भी ट्रेन का मुआयना किया.
गिरिडीह-रांची ट्रेन की समय सारणी में बदलाव की जरूरत
गिरिडीह-रांची ट्रेन की समय सारणी को लेकर अब मांग उठने लगी है. गिरिडीह जिले भर के लोगों समय में बदलाव की जरूरत बतलाई है। कहा गया कि मौजूदा समय के मुताबिक ट्रेन रोजाना सुबह 6 बजे रांची से चलकर दस स्थानों पर रुकती हुई दोपहर लगभग एक बजे गिरिडीह के न्यू गिरिडीह रेल स्टेशन पहुंचेगी और पुनः दो बजे रांची के लिए रवाना होगी, जो रात्रि में लगभग 9.30 बजे रांची पहुंचेगी। गिरिडीह जिले के लोगों का कहना है कि ट्रेन को सुबह 6 बजे रांची के बजाय गिरिडीह से खुलनी चाहिए. इसके पीछे उनका तर्क है कि अगर गिरिडीह से सुबह 6 बजे गिरिडीह से खुलेगी तो कोडरमा, हजारीबाग के लोगों को ट्रेन की सुविधा का पूरा-पूरा लाभ मिलेगा, क्योंकि इन तीनों जिलों के सैकड़ों लोग रोजाना सरकारी, गैर सरकारी एवं व्यावसायिक कार्यों से सुबह-सुबह रांची पहुंचते हैं और शाम को अपने जरूरी काम निबटा कर अपने घर वापस लौटते हैं, जिससे उन्हें रांची में रात्रि ठहराव नहीं करना पड़ेगा।
फिलहाल समय सारिणी में तुरंत बदलाव के आसार नहीं
इसके अलावा यह भी तर्क दिया जा रहा है कि कई लोग सरकारी विभागों में डाक लेकर जाते हैं. कुछ लोग डाक्टरों के पास चेकअप के लिए जाते हैं, रांची एवं हजारीबाग विश्वविद्यालयों के कार्यों से जाते हैं. सियासी लोग बैठको में जाते हैं, जो सभी रात्रि में वापस घर लौट जाते हैं। जिसके कारण उन्हें रात्रि ठहराव का अतिरिक्त व्यय भी नहीं करना पड़ता है. यह ट्रेन सुबह गिरिडीह से चलेगी तो गिरिडीह, जमुआ, धनवार, कोडरमा, हजारीबाग के लोगों को काफी सुविधा मिल सकती है। इस संबंध में अन्नपूर्णा देवी को अवगत करा दिया गया है. उन्होंने लोगों की भावनाओं को रेलमंत्री के समक्ष रखने की बात कही है. फिलहाल समय सारिणी तुरंत बदलाव होने के आसार नहीं हैं.