नई दिल्ली : भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर ‘संसद में सवाल पूछने के बदले में महुआ मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच रिश्वत का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक जांच समिति गठित करने और उन्हें सदन से तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि सांसद ने यह आरोप ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को लिखी चिट्ठी में कहा है कि ‘मुझे वकील जय अनंत देदरई की एक चिट्ठी मिली है, जिसमें ऐसे सुबूत हैं जिन्हें झुठलाया नहीं जा सकता.
निशिकांत का आरोप-हीरानंदानी समूह अदानी समूह के प्रतिस्पर्द्धी के तौर पर कई बिजेनस सौदों की बोली लगाता रहा है’
श्री दुबे ने लिखा है कि ऐसा लगता है कि जय अनंत देदरई ने काफी मेहनत से विस्तृत रिसर्च की और इसके जरिये उन्होंने दिखाया है कि हाल तक महुआ मोइत्रा ने संसद में लगभग 50 सवाल पूछे थे. इनमें से कई सवाल दर्शन हीरानंदानी के बिजनेस हितों से जुड़े हैं. ये सवाल अदानी ग्रुप को ध्यान में रख कर भी पूछे गए हैं. हीरानंदानी समूह अदानी समूह के प्रतिस्पर्द्धी के तौर पर कई बिजेनस सौदों के बोली लगाता रहा है. दुबे ने महुआ मोइत्रा पर सवाल उठाते हुए कहा है उन्होंने विशेषाधिकार का हनन किया है. पैसे लेकर सवाल पूछना कि संसद की अवमानना है और आईपीसी की धारा 120-ए के तहत एक आपराधिक कृत्य है. हालांकि अभी तक महुआ मोइत्रा की ओर से इसका खंडन-मंडन नहीं किया गया है. श्री दुबे अक्सर अपने टि्वटर के जरिए सनसनी फैला देते हैं. अब देखना कि ऐसे आरोप को टीएमसी किस तरह से प्रतिकार करती है.