खलारी। रैयत विस्थापित मोर्चा का प्रतिनिधि मंडल सोमवार को एरिया अध्यक्ष वीगन सिंह भोगता के नेतृत्व में खलारी सिमेंट फैक्ट्री प्रबंधन के साथ बैठक कर अपनी माँगों को रखा। वार्ता के दौरान श्री भोगता ने फैक्ट्री में चल रहे कार्य में स्थानीय रैयतों को रोजगार देने की बात रखी। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री के स्थापना और कार्य के लिए स्थानीय रैयतों ने अपनी जमीन एवं सहयोग दिया और आज रैयत और उनके वंशजों को रोजगार के लिए भटकना पड़ रहा है। फैक्ट्री में सिमेंट उत्पादन पूरी तरह से बन्द कर कोयला का कारोबार किया जा रहा है जिसमें यहाँ के एक भी रैयत को रोजगार न देकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है जबकि रोजगार में प्राथमिक्ता के तौर पर रैयतों का अधिकार है। वहीं फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से आला अधिकारियों से विचार विमर्श के लिए पाँच दिनों का समय लिया गया है साथ ही मोर्चा से रैयतों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है जिन्हें कार्य और प्राथमिक्ता के आधार पर रोजगार देने की बात कही गई है। मौके पर प्रबंधन की ओर से जेपी सिन्हा, रामअनुज सिंह एवं मोर्चा के तरफ से रामलखन गंझू, रंथू उराँव, विनय ख़लखो, अमृत भोगता, दामोदर गंझु, प्रभाकर गंझू, श्यामजी महतो, शिवनारायण लोहरा, राजेन्द्र उरांव, प्रेम गुप्ता, रामधारी गंझू, आजाद अंसारी, सुनील यादव, छोटु पाहन, चरकु गंझु, सुरेंद्र गंझू, किशुन गंझू, युगल गंझु सहित कई लोग मौजूद थे।