गिरिडीह (कमलनयन) : झारखंड मुक्ति मोर्चा की शीर्ष नेत्री और गाण्डेय विस उपचुनाव में इंडिया गठबंधन की संभावित प्रत्याशी कल्पना सोरेन ने कहा कि खनिजों का प्रदेश झारखंड को बचाने के लिए संघर्ष जरूरी है और इसी संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए घर की दहलीज पार कर आपके बीच पहुंची हूं। गाण्डेय भ्रमण के दूसरे दिन गुरुवार को बेंगाबाद के धुंवाडीह मैदान में जनता को संबोधित करते हुए श्रीमती सोरेन ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में झारखंड झुकेगा नहीं और इसके लिए संघर्ष में आप सभी की भागीदारी चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड के लाल दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संघर्ष की कहानी लंबी है. उनके संघर्ष में उनकी धर्मपत्नी और झारखंड के लोगों ने सहयोग दिया, तब जाकर वह दिशोम गुरु समेत अन्य ने लड़ाई लड़ी तब जाकर पृथक राज्य बना। लेकिन आज फिर से झारखंड में संघर्ष की परिस्थितियां बना दी गई हैं. उन्होंने गांडेय के पूर्व विधायक दिवंगत सालखन सोरेन का जिक्र करते हुए उनके संघर्ष की बात भी कही. कहा कि आज झारखंड के लिए संघर्ष करनेवालों का परिवार दुखी है। उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए झारखंड के संघर्ष में महिलाओं की भागीदारी को जरूरी बताया। और कहा कि हमें मिलकर झारखंड की आनबान और शान को बनाए रखना है। इसी में राज्य की भलाई है।
कल्पना ने बेंगाबाद में झामुमो कार्यकर्ता संग बैठक की
बताते चलें कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन बुधवार से ही गांडेय विधानसभा के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इसी क्रम में वह गुरुवार को बेंगाबाद के धुंवाडीह मैदान में कार्यकर्ताओं संग आयोजित बैठक में शामिल थी. यहां उनका स्वागत कार्यकर्ताओं द्वारा गर्मजोशी के साथ किया गया. बैठक के पूर्व वह मानसिंहडीह स्थित झामुमो नेता विजय सिंह के आवास पर पहुंची. यहां उन्होंने झामुमो नेता विजय सिंह की स्वर्गवासी मां को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मौके पर राज्यसभा सांसद डॉ. सरफराज अहमद, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, झामुमो के जिला अध्यक्ष, संजय सिंह ‘प्रखंड अध्यक्ष नुनूराम किस्कू, झामुमो नेत्री बबली मरांडी, अंजली किस्कू, ज्योति सोरेन, शुकुरमुनी मरांडी, नीलकंठ मंडल, राजेंद्र पंडित, मोहम्मद फखरुद्दीन, एनामुल हक, बिपिन सिंह, मंजू मरांडी, अब्दुल गनी टिंकू, मोहम्मद सिराज सहित सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।