गुमला – गुमला प्रखंड के बृंदा नायक टोली सरना स्थल में बृंदा व आसपास के ग्रामीणों ने पारंपरिक रीति रिवाज वेशभूषा वाद्य यंत्र के साथ होली पर्व धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर कई गांव के महिला पुरुष व बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में नाचते गाते देखे गए मौके पर बृंदा पंचायत की मुखिया सत्यवती देवी भी मौजूद रही। उन्होंने कहा आज भी हमारे प्राचीन कला संस्कृति, सभ्यता, वेशभूषा, नाच गान, परिधान, रीति रिवाज को जीवित रखने का ग्रामीणों द्वारा प्रयास सराहनीय है। इस बीच ग्रामीण आदिवासी महिलाएं अपने नृत्य से उपस्थित लोगों को हैरत में डाल दिया। वही ग्रामीणों ने बताया आज के समय में आधुनिक गाना डीजे और मॉडल सोच के कारण हमारी पीढ़ी हमारे पारंपरिक रीति रिवाज सभ्यता संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। इसे जीवित रखने की आवश्यकता है। आदिवासियों की जीवन शैली रीति रिवाज ही हमारी पहचान है और आने वाले पीढ़ी को भी इसे जीवित रखने में आगे आना होगा। यह कार्यक्रम मंगलवार की देर शाम तक चला जहां युवा पीढ़ी में पारंपरिक रीति रिवाज का अनुकरण करते देखे गए।
News – गनपत लाल चौरसिया