प्रोफेसर सान्याल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंबेडकर जयंती के अवसर पर कार्यक्रम को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा “भारतीय राजनैतिक इतिहास के शिखर-पुरुष, संविधान-शिल्पकार बाबा साहब भीमराव रामजी अम्बेडकर की आज जन्मजयंती है। इन महापुरुष की पांथिक चेतना का स्रोत भगवान बुद्ध हैं । भारत रत्न बाबा साहब ने जहाँ तमाम लोगों को बुद्धत्व के शांति-पंथ का मार्ग दिखाया वहीं दूसरी ओर दलितोद्धारक बाबा साहब का इस राष्ट्र के निर्माण और उत्थान में भी बड़ा योगदान है। यदि इस देश की आत्मा का निर्माण महात्मा गांधी ने किया, इसके शरीर का निर्माण सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया तो इस देश की काया में प्राणों का संचार बाबा साहब द्वारा रचित संविधान की बदौलत भी हुआ है। दो अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट अर्जित करने वाले अर्थशास्त्र के बड़े विद्वान अपनी प्रतिभा व मेधा के बल पर वैश्विक कीर्ति प्राप्त कर, देश का वैश्विक गौरव बढ़ाने वाले भारत-पुत्र, समावेशी विकास के नायक भारत रत्न बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी को कृतज्ञ राष्ट्र का आकाश भर प्रणाम “।