समाजसेवी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुन्ना सिंह ने कहा स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में जिन कुछ तिथियों का विशेष महत्व है उसमें एक तिथि वीर कुंवर सिंह जी की जयन्ती का भी है। 1858 में इसी दिन बाबू कुंवर सिंह ने लीग्रैंड को पराजित कर जगदीशपुर को पुन स्वतंत्र किया था इसीलिए प्रति वर्ष इस तिथि को ‘विजयोत्सव दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि 80 वर्ष की उम्र में भी इस महायोद्धा ने अग्रेजों से लड़ाई लड़ी ये सभी लोगों को युगों युगों तक प्रेरित करता रहेगा। श्री सिंह ने बताया कि वीर कुँवर सिंह शिवपुर घाट से गंगा पार कर रहे थे कि डगलस की सेना ने उन्हें घेर लिया, बीच गंगा में उनकी बाँह में गोली लगी थी। गोली का जहर पूरे शरीर में फैल सकता था। इसे देखते हुए वीर कुँवर सिंह ने अपनी तलवार उठाई और अपना एक हाथ गंगा नदी में काटकर फेंक दिया। अंतिम लड़ाई में भी उनकी जीत हुई लेकिन उसके तीन दिन बाद वीर कुँवर सिंह संसार से हमेशा के लिए विदा हो गए, इसलिए वे आज भी हम सब के प्रेरणास्रोत हैं।
इस दौरान श्री मुन्ना सिंह के साथ इंडिया गठबंधन के लोकसभा प्रत्याशी श्री जेपी भाई पटेल, जी मौजूद रहें
मुख्य रूप से उपस्थितअशोक देव, बिनोद सिंह, भगवान सिंह, शत्रुघ्न सिंह, मिथलेश सिंह, अवधेश सिंह, सीडी सिंह, पंकज सिंह, दीपक सिंह, विकास सिंह, डॉ मिथलेश कुमार, शंकर सिंह, राजू सिंह, अनुपम सिन्हा, मनोज कुमार सरोज, गुड्डू सिंह, मनोज सिंह, प्रेम शंकर सिंह, वीरेंद्र सिंह, अजय सिंह, अर्जुन सिंह, शंभु सिंह, बबलू सिंह, आलोक सिंह, गोपाल सिंह, रवि सिंह, टुनटुन सिंह, शत्रुघ्न सिंह, आशीष सिंह, परमानंद सिंह, बिंदेश्वरी सिंह, रौशन सिंह, रितेश सिंह, डॉ संजीव सिंह, अमित सिंह, बबलू सिंह, बंटी देव, सुनील सिंह, अशोक सिंह, राम सिंह, अनूप सिन्हा, नन्हे सिंह, शैलेंद्र सिंह, राजेश सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
News – Vijay Chaudhary.