मुकदमे में सहयोग व गिरफ्तार नहीं करने के एवज में मांगा गया था एक लाख रुपए
अभियुक्त के पिता ने औने-पौने दाम में जमीन बेचकर किसी तरह से चुकाए थे 65 हजार
गिरिडीह, (संदीप कुमार) : बेंगाबाद थाना में पदस्थापित जमादार (सहायक अवर निरीक्षक) परमानंद राम को रिश्वत लेना महंगा पड़ा है। एसपी दीपक कुमार शर्मा ने जमादार परमानंद राम से घूस में लिए गए रुपए को वापस कराकर तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया है। एसपी ने यह कार्रवाई बेंगाबाद के पुलिस निरीक्षक के जांच प्रतिवेदन पर की है। एसपी ने परमानंद को सामान्य जीवनयापन भत्ता पर निलंबित किया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय पुलिस केन्द्र, गिरिडीह रहेगा। जमादार ने मुकदमे में सहयोग एवं गिरफ्तार नहीं करने के एवज में अभियुक्त के पिता से एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। अभियुक्त के पिता द्वारा औने-पौने दाम में जमीन बिक्री का एग्रीमेंट कर 65 हजार रुपये जमादार को दिया था। एसपी तक जब यह शिकायत पहुंची तो, उन्होंने मामले की जांच करायी। जांच में जमादार पर लगे आरोप सही पाये गये। इसके बाद एसपी की गाज जमादार पर गिरी है।
क्या है मामला…?
सअनि परमानंद राम को बेंगाबाद थाना काण्ड संख्या 52/24, 26 मार्च 2023 धारा 279/304ए भादवि का अनुसंधान भार सौंपा गया था। कांड के अनुसंधान के दौरान अनुसंधानकर्ता सअनि परमानंद ने कांड के अभियुक्त बाइक संख्या जेएच11टी/7238 के चालक गाण्डेय थाना क्षेत्र के तेलझारी निवासी पंकज कुमार राय के पिता दामोदर राय से संपर्क कर कांड में सहयोग करने एवं गिरफ्तार नहीं करने के एवज में एक लाख रूपये देने की मांग की। दामोदर राय की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और वह गिरिडीह के एक स्पंज आयरन की फैक्ट्री में 10 हजार रुपये माह पर काम करता है। अनुसंधानकर्ता द्वारा बार-बार दामोदर राय से पैसे की मांग की जा रही थी और पैसे नहीं देने पर गिरफ्तार कर लेने की बात कही जा रही थी। इसके बाद दामोदर राय ने किसी तरह अपनी जमीन को औने-पौने दाम में बिक्री हेतु एग्रीमेंट कर 65 हजार रुपए इकट्ठा किया। बार-बार अनुसंधानकर्ता द्वारा रुपए की मांग की जा रही थी। ऐसे में दामोदर ने दो बार में 65 हजार रुपए सअनि परमानंद राम को दिया।
एसपी के पास पूर्व में भी पहुंची थी जमादार की शिकायत
बताया जाता है जांच के दौरान पूछताछ में सअनि परमानंद राम ने अवैध रूप से 65 हजार रुपए की वसूली किये जाने की बात स्वीकार की है। साथ ही भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने की बात कही है। वहीं दूसरी तरफ सअनि परमानंद ने दामोदर राय से अवैध रूप से वसूले गए 65 हजार रूपए भी उन्हें वापस कर दिया है। बताया जाता है कि पूर्व में भी सअनि परमानंद के विरुद्ध अभियुक्त पक्ष से पैसे लेने की शिकायत एसपी तक पहुंची थी। उस दौरान भी उन्हें ऐसा कार्य न करने की हिदायत दी गई थी कि जिससे पुलिस की छवि धूमिल न हो।