✦ स्कूलों में निरंतर हो रहा है रोचक प्रतियोगिताओ का आयोजन
✦ विद्यालयों में बच्चो एवं उनके अभिभावकों को जागरूक करने के लिए बनाया गया है ‘लोकतंत्र कक्ष’
✦ स्कूलों को अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन कर अभिभावकों को मतदान हेतु जागरूक करने का निर्देश
लोकसभा आम निर्वाचन के मद्देनजर राज्य के सरकारी स्कूलों में भी मतदाता जागरूकता हेतु कई कदम उठाये जा रहे है। मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रतिदिन स्कूलों में मतदान से संबंधित रोचक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। स्कूलों में आयोजित होने वाले चेतना सत्रों में भी बच्चो को भारत के विराट लोकतांत्रिक विरासत और इसकी गौरवगाथा के बारे में बताया जा रहा है। बच्चे इन प्रयासों से लोकतांत्रिक इतिहास और मतदान के महत्त्व को आसानी से समझ पा रहे है। इतना ही नहीं, वे अपने टोलो/गांवो में भी जागरूकता अभियान चला रहे है, जिससे मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह बढे और वे लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी उत्साह के साथ सुनिश्चित करे।
स्कूलों में बनाया गया डेमोक्रेसी रूम
राज्य के सरकारी स्कूलों में छात्रों एवं उनके अभिभावकों को मतदान के लिए प्रेरित करने हेतु ‘लोकतंत्र कक्ष’ बनाया गया है। इस रूम में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से जुड़े चित्रों, पेंटिंग्स, आर्ट एंड क्राफ्ट, ईवीएम, वीवीपैट मशीने आदि की प्रतीकात्मक प्रदर्शनी लगाई गयी है। बच्चे इस कक्ष में अपने अभिभावकों के साथ आकर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को आसानी से समझ सकते है। बच्चे प्रतीकात्मक ईवीएम और वीवीपैट मशीन के माध्यम से अभिभावकों के मन में ईवीएम को लेकर उत्पन्न भ्रम को भी दूर करने की कोशिश कर रहे है। इस कक्ष में भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के बारे में भी बच्चे जानकारी प्राप्त कर रहे है।
रोचक बाल संसद का गठन
विद्यालयों में बाल संसद का गठन किया गया है। निर्वाचन प्रक्रियाओं के माध्यम से रोचक बाल संसद का गठन किया जा रहा है। इसके माध्यम से स्कूली बच्चे भविष्य में मतदान करने की प्रक्रियाओं को समझ रहे है। स्कूल में हाउस कप्तान, क्लास मॉनिटर का चयन किया जा रहा है। चुनाव को देखते हुए स्कूल में चुने हुए छात्र प्रतिनिधियों को ‘प्रधानमंत्री, मंत्री व सांसद’ जैसे पद दिए जा रहे है। जिससे बच्चे काफी उत्साहित भी नजर आ रहे है।
अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन
राज्य के विभिन्न सरकारी स्कूलों को अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन करने के संबंध में निर्देश जारी किया गया है। इस बैठक में शामिल होने वाले अभिभावकों को शिक्षकों, प्राचार्य, एसएमसी सदस्यों द्वारा चुनाव में बढ़ चढ़ कर मतदान करने के लिए प्रेरित एवं जागरूक किया जा रहा है। विद्यालय द्वारा टोला टैगिंग कर अभिभावकों से संपर्क किया जा रहा है, तथा बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने को कहा गया है। पीटीएम के माध्यम से अभिभावकों को चुनावी तिथियों की जानकारी तो दी ही जा रही है, साथ ही उनकी वोटर पर्ची, मतदाता पहचान पत्र, बूथ संख्या आदि से जुड़े शंकाओ को भी दूर किया जा रहा है।
लगातार प्रतियोगिताओ का आयोजन
मतदाता जागरूकता के उद्देश्य से सरकारी विद्यालयों में बच्चो के लिए लगातार चुनाव से संबंधित रोचक प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जा रहा है। इसमें रंगोली, पेंटिंग, स्लोगन मेकिंग, वाल पेंटिंग, स्पीच आदि प्रतियोगिताएं शामिल है। स्कूली बच्चे लगातार इन प्रतियोगिताओ में भाग लेकर अपने पाठ्येत्तर कौशल को विकसित कर रहे है, साथ ही चुनाव को लेकर उनकी दिलचस्पी और उत्साह भी बढ़ रही है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कई विद्यालयों को वोटर अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत सम्मानित भी किया गया है।
NEWS DESK