गुमला सदर अस्पताल में भर्ती
गुमला – गुमला सदर थाना स्थित पुग्गु बेहराटोली में एक कलयुगी पुत्र ने अपनी , गुमला सदर थाना स्थित बेहरा टोली निवासी विधवा मां मानु देवी ( पति स्व० बुध्दु उरांव) को अपने ही कलयुगी पुत्र 18 वर्षीय गुड्डू उरांव ने अपने घर में सरना पूजा के लिए गाड़े गए , त्रिशूल को उखाड़ कर और दौड़ा दौड़ा कर अपनी मां मानु देवी के शरीर में तीन चार बार , वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया और अपने घर से भागने में सफल रहा , बाद में आनन-फानन में उसकी बहन दिव्या उरांव ने अपनी मां मानु देवी को इलाज के लिये गुमला सदर अस्पताल ले गयी, जहां डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा हैं, दिव्या कुमारी ने बताया की मेरा भाई गुड्डू उरांव , हम लोगों के साथ सौतेला व्यवहार करता है और वह हमेशा नशे में रहता है , जिससे हम सभी परिवार के लोगों को अपने जान का भय लगा रहता है , गत वर्ष गुड्डू उरांव, एक वृद्ध महिला के साथ बलात्कार करने के आरोप में उसे बाल सुधार गृह भेजा गया था , वहां से छूटने के बाद वह काम करने गोवा चला गया , बुधवार को वह गोवा से वापस आया और सीधा अपने एक दोस्त के यहां सिलम ग्राम चला गया , जब मेरी मां को उक्त बात का पता चला की , गुड्डू उरांव गावा से वापस आकर , अपने दोस्त के घर सिलम ग्राम चला गया है , तो मेरी मां गुरुवार को सिलम ग्राम जाकर उसे अपने घर लाई , फिर वह घर पर ही था और मैं अपने घर में ही लाल साड़ी पहन कर अपने मोबाइल से अपना फोटो ले रही थी , तो वह मेरे पास आया और गली गलोज करने लगा और लाल साड़ी मत पहनो , इसी बात को लेकर हम दोनों भाई बहन में तू तू मैं मैं हुई ,तो वह मेरा मोबाइल लूट कर अपने पास रख लिया , तो मां उसे ऐसा करने से मना करने लगी , जिससे वह एकाएक भड़क कर और आक्रोशित होकर वह उठा और सरना पूजा के लिए घर में गड़े गये , उक्त त्रिशूल को उखाड़कर मां के ऊपर तीन चार वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया और घर से भाग गया हैं। बाद में मैं अपनी मां मानु देवी को इलाज के लिये, गुमला सदर अस्पताल लाईं, जहां डॉक्टरों के देखरेख में मां मानु देवी का इलाज चल रहा हैं।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया