जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से गुमला जिले के समस्त बाल विकास परियोजना कार्यालयों की जांच की मांग।
गुमला – गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर प्रखण्ड के बाल विकास परियोजना कार्यालय में रखें लाखों रूपये के दवाई हुईं एक्सपायर दोषी कौन,,,?? स्वास्थ्य विभाग के उच्च पदाधिकारियों की अकर्मण्यता और शिथिलता के कारण लाखों रुपया के विभिन्न आकार प्रकार के दवायें वितरण करने के आदेश नहीं देने के कारण हुई एक्सपायर , प्रखण्ड के ग्रामीणों ने ऐसे संबंधित लापरवाह पदाधिकारी के वेतन से भरपाई और कटौती करने की मांग कर रहे हैं, स्थानीय ग्रामीण, उक्त प्रखण्ड के सैकड़ों ग्रामीण जच्चा बच्चा , शिशु ( बच्चे बच्चियों ) और नवजात शिशु कुपोषण के शरीर होकर जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रहे हैं , वहीं संबंधित पदाधिकारियों,लापरवाह स्वास्थ्य विभाग की आक्रमान्यता एवं शिथिलता के कारण आमनागरिकों और संबंधित सरकार के पैसे का दुरूपयोग नहीं तो और क्या हैं,,,??
बिशुनपुर प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय की सुपरवाइजर नीलमणि ने बताया की वर्ष 2019 – 2020 के आसपास की उक्त सभी लाखों रूपये की दवाईयां , जो बिशुनपुर प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में कुपोषण से संबंधित लोगों के बीच वितरण के लिए आयें उक्त संबंधित सभी दवाएं मात्र इसलिए एक्सपायर हो गये की , संबंधित पदाधिकारी ने उक्त सभी दवाओं को वितरित करने के लिए अपने आदेश नहीं दिये ,,,,, दोषी कौन ??
फलस्वरूप स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश और गुस्सा हैं और उन्होंने इसकी जांच के लिए गुमला जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाते हुए, संबंधित दोषी पदाधिकारी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए , उसके वेतन के पैसे से भरपाई कराने की मांग की जा रही हैं, साथ ही साथ, गुमला जिले के अन्य अनेक समस्त बाल विकास परियोजना कार्यालयों में भी जांच करने की मांग करते हुयें, आशंका व्यक्त करते हुए कहा है कि कहीं जिले में इस तरह के और अन्य अनेक घटनाएं तो घटती नहीं हुई हैं।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया