गुमला – गुमला जिले में इन दिनों नशे में धुत होकर तेज रफ्तार और बिना हेलमेट वाहन चलाने के कारण लगातार दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या बढ़ रही है। आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
परिवार, परिजन, अभिभावक, और शुभचिंतक डरे और सहमे हुए हैं। जिला प्रशासन के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी और पुलिस कप्तान शंभू कुमार सिंह समय-समय पर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इसके बावजूद, नाबालिग और वयस्क किशोर-किशोरियां नियमों का उल्लंघन करते हुए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। नशे के सौदागर और तस्कर योजनाबद्ध तरीके से स्कूल और कॉलेज के छात्रों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। ये बच्चे चरस, गांजा, भांग, अफीम, हेरोइन और ब्राउन शुगर जैसे नशों के गिरफ्त में आने में कतई संकोच नहीं कर रहें।
माता-पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह देखना जरूरी है कि उनका बच्चा कब स्कूल गया, कब लौटा, ट्यूशन या कोचिंग कब गया, और वहां से आने के बाद किसके साथ समय बिता रहा है।
हाल ही की घटनाओं पर नजर डालें:
1. पालकोट-बिलिंग बीरा रोड पर स्कूटी से गिरकर दो लोग घायल हो गए।
2. अल्बर्ट एक्का जारी थाना स्थित चैनपुर रोड पर कुत्ते के अचानक सड़क पर दौड़ने से बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। एक को रांची रिम्स रेफर किया गया।
3. करौंदी में सड़क पार करते वक्त एक व्यक्ति को बाइक सवार ने टक्कर मार दी। दोनों घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
4. सिसई थाना क्षेत्र में मारा सिली के पास सड़क पर कुत्ते के दौड़ने से बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
इन घटनाओं से साफ है कि दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी आम हो गई है और प्रशासनिक प्रयासों के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। अभिभावकों को सतर्क रहने और अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने की आवश्यकता है। जागरूकता और सतर्कता से ही इन हादसों को रोका जा सकता है।
न्यूज़ सोर्स – गनपत लाल चौरसिया।
Edited by – Sanjana Kumari.