गुमला – गुमला जिला के बसिया में 49 वर्षीय हरिसिंह महली, जो विश्व कल्याण और हिंदू जागृति के उद्देश्य से राजस्थान से पुरी तक दंडवत यात्रा पर निकले हैं, सोमवार को पहुंचे। उन्होंने बताया कि यात्रा की शुरुआत 16 महीने पहले राजस्थान के मलइयो की चौकी अमरगढ़, पोस्ट गंगापुर, जिला सवाई माधोपुर से की थी और अब तक करीब 3500 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं। वे प्रतिदिन 4 से 5 किलोमीटर की यात्रा करते हैं और रास्ते में मिलने वाले तीर्थ स्थलों का दर्शन करते हुए आगे बढ़ते जा रहे हैं।
महली ने कहा, “चलते-चलते जहां रात होती है, वहीं मेरा रात्रि विश्राम होता है।” यात्रा के प्रेरणा के बारे में उन्होंने बताया कि एक दिन टीवी पर देखा कि केरल के एक मुसलमान ने पैदल हज यात्रा के लिए सऊदी अरब तक यात्रा की थी। तभी से उनके मन में जगरनाथ महाप्रभु के दर्शन के लिए पैदल यात्रा करने की इच्छा जागृत हुई।
उन्होंने बताया कि उनके परिवार में 5 भाई हैं और वे चौथे नंबर पर हैं। उनके दो पुत्र और एक पुत्री हैं, और इस यात्रा में पूरे परिवार का सहयोग है। प्रतिदिन भाइयों और पुत्र से फोन पर बात होती है। पत्नी का देहांत 13 वर्ष पूर्व हो गया था। अब तक उन्होंने गोबर्धन, वृंदावन, अयोध्या, काशी विश्वनाथ, ताराचंडी, त्रिलोचन, बिलगाई महादेव, पुर रांची पहाड़ी मंदिर, रांची के जगरनाथपुर, बाबा अमरेश्वर धाम का दर्शन करते हुए बसिया पहुंचे।
बसिया में हेमंत कुमार ठाकुर ने सुबह फलाहार कराया, दोपहर का भोजन सुलेखा देवी ने और शाम का भोजन समाजसेवी अजय पाठक ने कराया। महली ने बताया कि 16 महीने की इस यात्रा में लोगों का भरपूर सहयोग मिला और कहीं भी कोई दिक्कत नहीं हुई।
हरिसिंह महली की यह दंडवत यात्रा अद्भुत समर्पण और विश्वास का प्रतीक है, जो लोगों को प्रेरित करती है और उनकी अटूट आस्था का उदाहरण पेश करती है।
न्यूज़ सोर्स – गनपत लाल चौरसिया।
Edited by – Sanjana Kumari.