गुमला : गुमला जिला अंतर्गत सिसई-बसिया रोड के पोटरो रोड पर आरईओ द्वारा बनाए जा रहे गार्डवाल के निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने रविवार को अनियमितताओं के आरोप लगाकर बंद करवा दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है। ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से कार्य को केवल औपचारिकता के रूप में पूरा करने का प्रयास हो रहा है। सोलिंग किए बिना मात्र एक डेढ़ इंच की नींव डाली जा रही है और उसमें बड़े-बड़े पत्थरों की जोड़ाई की जा रही है। गैपिंग में सही से मसाला भराई नहीं की जा रही है, जिससे जोड़ाई के अंदर चूहे के बिल जैसे होल बनते जा रहे हैं। सीमेंट की मात्रा भी काफी कम है और दीवार की चौड़ाई नींव में 2 से ढाई फीट है, जबकि ऊपर की मोटाई मात्र एक फीट है। पटवन भी सही से नहीं किया जा रहा है। जब ग्रामीणों ने मजदूरों को पटवन करने के लिए कहा, तो बाल्टी से जैसे ही पानी डाला गया, दीवारों में मसाला भराई सही से नहीं होने के कारण चूहे के बिल जैसे होल बनते गए।
महिला मजदूरों को आठ घंटे की कड़ी धूप में काम करने के बाद केवल ढाई सौ रुपये और पुरुष मजदूरों को 300 रुपये मजदूरी दी जा रही है, जो कि सरकारी दर से काफी कम है। ग्रामीणों ने जब विभागीय जेई सूर्यदेव से फोन पर बात की और अनियमितताओं की शिकायत की, तो उन्होंने साइट की रोजाना निगरानी करने और किसी प्रकार की अनियमितता से इनकार किया। प्राक्कलन की मांग करने पर उन्होंने ऑफिस आने को कहा। ग्रामीणों ने मांग की कि जिला के किसी बड़े अधिकारी द्वारा निरीक्षण होने तक कार्य बंद रखा जाए, जिसके जवाब में जेई ने डीसी साहब से परमिशन मिलने की बात कही।
ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण के बिना भ्रष्टाचार संभव नहीं है। मजदूरों को कड़ी धूप में आठ घंटे खटाया जा रहा है और उन्हें सरकारी दर से भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है, परंतु कोई अधिकारी इसकी जांच नहीं कर रहा है।
करीब छह करोड़ रुपये से बन रहे इस सड़क और गार्डवाल में अनियमितताओं का मामला पहले भी उठ चुका है। बीडीओ और भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप के बाद कुदरा नदी और बुड़का गांव के गार्डवाल को तोड़कर पुनः बनाया गया था। वहीं, धर्मशाला के पास उखड़े कालीकरण को उखाड़कर ठेकेदार द्वारा पुनः निर्माण किया गया था।
खबर- गनपत लाल चौरसिया
News – Sanjana Kumari