हजारीबाग : हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में व्याप्त अव्यवस्था के खिलाफ बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने अपने समर्थकों संग धरना दिया। यह धरना शनिवार को हॉस्पिटल के प्रांगण में हुआ, जहां विधायक और उनके समर्थकों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नाराजगी जताई।
अव्यवस्था का विरोध
धरना प्रदर्शन के दौरान विधायक उमाशंकर अकेला ने कॉलेज में हो रही अव्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिससे मरीजों और छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में साफ-सफाई, बिजली, पानी और दवाओं की कमी जैसी समस्याएं व्याप्त हैं। इसके साथ ही, उन्होंने अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही और असंवेदनशीलता पर भी सवाल उठाए।
विधायक का बयान
धरना स्थल पर उमाशंकर अकेला ने कहा, “हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में जो हालात हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं। मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है, और छात्रों को उचित शिक्षा और प्रशिक्षण की सुविधा नहीं मिल रही है। हम इस स्थिति को सहन नहीं कर सकते और तब तक यहां से नहीं उठेंगे जब तक प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेता और ठोस कदम नहीं उठाता।”
समर्थकों की नाराजगी
धरना स्थल पर मौजूद विधायक के समर्थकों ने भी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कॉलेज के प्रबंधन पर अनदेखी का आरोप लगाया और मांग की कि तुरंत सुधार किए जाएं। समर्थकों ने कहा कि वे विधायक के साथ पूरी तरह खड़े हैं और इस संघर्ष में उनका पूरा समर्थन करेंगे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
धरना के दौरान, मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन और जिला प्रशासन के कुछ अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और विधायक से बातचीत की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे समस्याओं का समाधान करेंगे और जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अस्पताल और कॉलेज में सुधार के लिए ठोस योजनाएं बनाई जा रही हैं और जल्द ही इन पर काम शुरू किया जाएगा।
आगे की योजना
विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि वे इस मुद्दे पर पीछे नहीं हटेंगे और जरूरत पड़ी तो वे राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों से भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने जल्द ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए तो वे व्यापक आंदोलन करेंगे। विधायक ने कहा कि वे हजारीबाग के लोगों के स्वास्थ्य और छात्रों की शिक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे और इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे।
सामुदायिक समर्थन
धरना प्रदर्शन के दौरान, स्थानीय नागरिकों ने भी विधायक का समर्थन किया और अस्पताल में हो रही अव्यवस्थाओं को खत्म करने की मांग की। नागरिकों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विधायक की इस पहल से प्रशासन जागेगा और जरूरी सुधार करेगा। उन्होंने कहा कि वे विधायक के साथ खड़े हैं और इस आंदोलन को सफल बनाने में अपना योगदान देंगे।
निष्कर्ष
हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में व्याप्त अव्यवस्था के खिलाफ बरही विधायक उमाशंकर अकेला और उनके समर्थकों का धरना प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है। यह धरना केवल एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि मरीजों और छात्रों के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण संघर्ष है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर कैसे प्रतिक्रिया करता है और क्या कदम उठाता है।
न्यूज़ – विजय चौधरी।