रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल से निकलने के बाद से मीडिया और सत्ता प्रतिष्ठान में यह चर्चा जोरों पर है कि क्या दुबारा नेतृत्व परिवर्तन होगा? चंपई सोरेन की जगह हेमंत सोरेन की फिर से ताजपोशी होगी या फिर संगठन की मजबूती के लिए हेमंत सोरेन झारखंड का दौरा करेंगे? क्योंकि बुधवार को सीएम आवास में सत्तापक्ष के विधायकों की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सभी विधायकों को उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। हेमंत सोरेन की आवास पर बुलाई गई इस बैठक की खबर के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है.
चुनावी तैयारी को लेकर एजेंडा तय हो सकता है
5 महीने बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आने के बाद से ही यह चर्चा जोरों पर है कि क्या हेमंत सोरेन फिर से कमान संभालेंगे क्योंकि झारखंड में अब विधानसभा का चुनाव होना है और सभी राजनीतिक पार्टियों इस चुनाव की तैयारी में जुट गई है. हेमंत सोरेन के आवास पर बुलाई गई इस बैठक में सत्तापक्ष के सभी विधायक तो मौजूद रहेंगे ही साथ ही गठबंधन के सभी बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ-साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा, राजद और माले के भी नेता मौजूद रहेंगे इसलिए बुधवार की सुबह से ही झारखंड में हेमंत सोरेन के कमान संभालने की सुगबुगाहट तेज हो गई है.
या फिर विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाने की तैयारी तो नहीं…?
जेएमएम की ओर से 3 जुलाई को होनेवाली बैठक को लेकर विधायकों को मैसेज भेजा गया है। इस मैसेज में चुनावी तैयारी एजेंडा बताया गया है। माना जा रहा है कि बैठक में इंडिया एलायंस विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बना सकता है या फिर हेमंत सोरेन को नेतृत्व सौंपने पर विधायक अपनी राय भी दे सकते हैं। वैसे झामुमो के सूत्र बताते हैं कि अब पूरा ध्यान विधानसभा चुनाव को लेकर है. इसलिए चंपई सोरेन सीएम बने रह सकते हैं और हेमंत सोरेन झारखंड का दौरा कर लोगों का आभार प्रकट करने के लिए निकलेंगे. अलबत्ता, सरकार में खाली सीट को भरने को लेकर विधायकों की बैठक में जरूर कोई नतीजा निकलने की उम्मीद है.