आदिवासी कल्याण आयुक्त और पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से ई-कल्याण (प्री-मैट्रिक) छात्रवृत्ति पर आधारित जिला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्ण आयोजन सूचना एवं जनसंपर्क विभाग गुमला सभागार परिसर में किया गया।
गुमला – गुमला जिले एवं प्रखंड स्तर के 45 पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया, छात्रवृति को सभी लाभार्थियों तक सुलभता एवं सरलता से पहुचने के उद्देश्य से पहली बार कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग के पदाधिकारी को राज्य स्तर पर प्रशिक्षित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य विभागों के मध्य समन्वयन स्थापित करना एवं जिला स्तर के पदाधिकारियों तथा आई.एन.ओ के लिए छात्रवृत्ति प्रक्रिया में प्रभावी प्रबंधन, कार्यान्वयन और नवीन रणनीतियाँ के आधार पर पारदर्शिता स्थापित करना था।
कार्यक्रम की शुभारंभ जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी कविता खालको के संभोधन से हुआ, जिसमें उनके द्वारा सभी प्रतिभागीयों का कार्यक्रम में स्वागत किया साथ ही साथ कार्यक्रम का उद्देश्य भी समझाया। इसी के साथ जिला शिक्षा अधीक्षक ने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा की “आज ये प्रशिक्षण के माध्यम से कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग साथ मिल कर सभी बच्चों के लिए छात्रवृत्ति के माध्यम से काम करेगें, जो वित्तीय समस्याओं के कारण अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते है। और जिसके लिए दोनों विभागों को मिलकर छात्रवृत्ति के उद्देश्यों को सफल बनाने के लिए एक साथ आने और काम करने की जरूरत है।
इस प्रशिक्षण के माध्यम से अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के वंचित बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान करना और उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को छात्रवृत्ति की सम्पूर्ण जानकारी दि गई साथ ही आवेदन की पूरी प्रक्रिया, योग्यता मानदंड, वित्तीय प्रबंधन, आधिकारियों के उत्तरदायित्वों को बताया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को द्विपक्षीय रखा गया जिसमे जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक रंजन के द्वारा सभी प्रतिभागीयों के दिक्कतों व चुनौतियों को धैर्य के साथ सुन गया साथ ही साथ उनके समाधान पर गहन विचार-विमर्श किया।
कल्याण पदाधिकारी आलोक रंजन द्वारा सभी उपस्थितों को छात्रवृत्ति के लिए प्रखंड स्तर पर कल्याण विभाग व शिक्षा विभाग के द्वारा बैठक आयोजित करने, प्रखंड में विभिन्न स्तर पर आधार कैम्प लगाने, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति राशि पर सुझाव देने के लिय, शिकायतों के निवारण के लिए ग्रीवियाँस सेल से मदद लेने, स्कूलों में बाल संसद में छात्रवृत्ति मंत्री बनाने की बात साझा करी।
इस प्रशिक्षण में जिला शिक्षा अधीक्षक ,जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी ने अपने अनुभव और ज्ञान साझा किए, जिससे आई.एन.ओ और अन्य पदाधिकारियों को व्यावहारिक समस्याओं के समाधान के लिए उपयोगी सुझाव प्राप्त हुए। कार्यक्रम के अंत में, सभी प्रतिभागियों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया गया और भविष्य में भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।
मौके पर राज्य स्तर से आए हुए पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि पार्थिव कुमार मिश्रा, सोनाली सरकार, जिला स्तर के दिवियानी, साक्षी एवं पीरामल फाउंडेशन आकांक्षी भारत कार्यक्रम के सीनियर प्रोग्राम लीड प्रमोद कुमार जायसवाल एवं राज्य प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर डॉ कृष्ण कुमार, संतोष कुमार, समीम एजाज उपस्थिति थे ।
News – गनपत लाल चौरसिया